MCD Negligence: दिल्ली में एमसीडी की लापरवाही का मामला सामने आया है. MCD पर आरोप है कि अमन विहार इलाके के कर्ण विहार पार्ट 5 में उसने चेक किए बिना बिल्डिंग को सील कर दिया, जिससे बिल्डिंग के अंदर दो छोटे बच्चे कई घंटों तक फंसे रहे. MCD पर यह भी आरोप लग रहे हैं कि बिल्डिंग मालिक ने प्रॉपर्टी टैक्स नहीं भरा था इसलिए बच्चों को बंधक बना दिया गया. वहीं दूसरी ओर MCD की ओर से सफाई दी गई कि हमने बिल्डिंग चेक करके सील किया था और बच्चों को बाद में घर के अंदर प्लांट किया गया. 

बच्चे बिल्डिंग के भीतर फंसते ही वहां हड़कंप मच गया. परिवार और आसपास के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस ने सील तुड़वाकर भीतर फंसे बच्चों को बाहर निकाला. इस पूरे मामले पर आज ABP न्यूज ने बच्चों की मां अमिता शुक्ला से बात की. उन्होंने आरोप लगाया कि जब वो स्कूल से वापस आईं तो गेट सील था और बच्चे ऊपर लटक रहे थे. 

'ये एमसीडी की लापरवाही है'

उन्होंने बताया, "हम तीसरी मंजिल पर रहते हैं और बच्चों की उम्र 7 साल और 4 साल है. बीते रोज बच्चों का एक्जाम नहीं था और वो घर पर ही थे." उन्होंने कहा, "बच्चे तीसरी मंजिल पर थे तो उन्हें कैसे पता चलता कि गेट खटखटाया गया है या नहीं." बच्चों के प्लांट किए जाने की बात पर उन्होंने कहा, "बच्चे प्लांट नहीं किए हैं, ये सिर्फ एमसीडी की लापरवाही है." 

'नोटिस की जानकारी नहीं थी'

वहीं इस प्रॉपर्टी की मालिक डॉ. श्रुति ने एमसीडी पर आरोप लगाते हुए कहा, "कल ये दो बच्चों की मां पूरी तरह बदहवास अवस्था में थी. बच्चे ऊपर से लटके हुए थे, मार्मिक दृश्य था." श्रुति ने आगे कहा, "जो बच्चे अपना नाम भी ठीक से नहीं ले सकते वो यहां घंटों फंसे रहे, एमसीडी ने पैसों के लिए मासूम बच्चों को बंधक बना दिया." वहीं उन्होंने 28 लाख के प्रॉपर्टी टैक्स के नोटिस के बारे में बताया, "उन्हें इसकी जानकारी नहीं है." 

एमसीडी ने आरोपों को नकारा

इस पूरे मसले पर ABP न्यूज ने एमसीडी से भी बात की. एमसीडी की ओर सफाई देते हुए एमसीडी अफसर राजेश ने कहा, "सारे आरोप गलत हैं, बच्चों को घर में प्लांट किया गया." उन्होंने बगल के घर का रास्ता दिखाते हुए बताया, "इन सीढ़ियों से कोई बच्चा आराम से इस घर में उतर सकता है. हमने सील करने से पहले आवाज लगाई, बेल बजाई, पुलिस के लोग भी हमारे साथ थे. जब हम चले गए और उसके 3 घंटे बाद वो बोलते हैं कि बच्चे फंसे हैं." उन्होंने आगे कहा, "प्रॉपर्टी टैक्स के बारे में हम 4-5 बार नोटिस दे चुके हैं, कोई रिप्लाई नहीं आया. इन्होने प्रॉपर्टी टैक्स नहीं भरा है इसलिए आज हम इस घर को सील करेंगे." 

ये भी पढ़ें-'गुलाम' कहे जाने पर खफा हुए गुलाम नबी आजाद, जयराम रमेश को भेजा मानहानि का नोटिस