Arvind Kejriwal Security Row: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा का मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है. उनके पास देश की उच्चतम कैटेगरी में से एक, Z प्लस कैटेगरी की सुरक्षा है, जो गृह मंत्रालय की ओर से दी गई है. आइए जानते हैं कि Z प्लस सुरक्षा का क्या मतलब है और इसमें क्या-क्या प्रावधान शामिल हैं.
Z प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी भारत में सबसे ऊंचे स्तर की सिक्योरिटी कैटेगरी में से एक है. इसमें करीब 55-60 सुरक्षाकर्मी तैनात होते है. जो 24 घंटे प्रोटेक्टेड व्यक्ति की सुरक्षा में लगे रहते है. इसमें दिल्ली पुलिस के ट्रेंड जवान और कमांडो शामिल होते है. सुरक्षा के इस दायरे में शख्स के घर, ऑफिस और यात्रा के दौरान पूरी चौकसी बरती जाती है.
अरविंद केजरीवाल के घर पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
Z प्लस सुरक्षा में पायलट गाड़ी और एस्कॉर्ट वाहन का भी इंतजाम रहता है. पायलट गाड़ी में 4-5 सुरक्षाकर्मी होते है. जो पहले रास्ते की जांच करते है. इसके अलावा एक गाड़ी उनके पीछे रहती है. जिसमें हथियारों से लैस सुरक्षाकर्मी होते है. अरविंद केजरीवाल के घर पर भी सख्त सुरक्षा रहती है. उनके घर के चारों तरफ सुरक्षाकर्मी 24 घंटे तैनात रहते है. सूत्रों के मुताबिक उनके घर पर करीब 15-20 जवान हर वक्त ड्यूटी पर तैनात रहते है.
सूत्रों की मानें तो सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी शिफ्ट में लगाई जाती है. एक शिफ्ट आमतौर पर 8 घंटे की होती है. ताकि जवान अपनी ड्यूटी को पूरी सतर्कता के साथ निभा सके. तीन शिफ्ट में जवान 24 घंटे सुरक्षा प्रदान करते है.
पंजाब पुलिस ने भी दी अतिरिक्त सुरक्षा
अरविंद केजरीवाल को दिल्ली पुलिस की Z प्लस सिक्योरिटी के अलावा पंजाब सरकार की तरफ से अतिरिक्त भी सुरक्षा दी गई थी. लेकिन MHA के आदेश के अनुसार यदि किसी राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त सुरक्षा दी जाती है तो वो अधिकतम 72 घंटे तक ही रहती है. इसके बाद ये सुरक्षा वापस ले ली जाती है. लेकिन पंजाब पुलिस के जवान लगातार केजरीवाल की सुरक्षा में शामिल थे.
सूत्रों की मानें तो इसी वजह से पंजाब पुलिस की सिक्योरिटी वापस भेजी गई है. क्योंकि दिल्ली पुलिस पहले ही Z प्लस सुरक्षा दे रही है. इसलिए अब पंजाब पुलिस की सुरक्षा हटाई जा चुकी है.
ये भी पढ़ें: ओवैसी ने PM मोदी और अरविंद केजरीवाल पर साधा निशाना, कहा- 'दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू'