कोलकाता: पश्चिम बंगाल में आज 'खेला होबे दिवस' मनाया जा रहा है. टीएमसी सरकार आज उन फुटबॉल प्रशंसकों की याद में 'खेला होबे' दिवस मना रही है जो साल 1980 में एक मैच के दौरान मची भगदड़ में मारे गए थे. सत्तारूढ़ टीएमसी इस मौके पर राज्य के अलग-अलग स्पोर्ट्स क्लबों में खिलाड़ियों को फुटबॉल बांट रही है.


बता दें कि 'खेलो होबे' का नारा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान दी थी. चुनाव के दौरान यह नारा बहुत ही प्रचलित हुआ था. अब ममता बनर्जी ने इसी नारे की याद में दिवस मना रही है.


वहीं पश्चिम बंगाल में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने टीएमसी की इस योजना पर कड़ी आपत्ति जताई है. बीजेपी ने कहा कि मुस्लिम लीग ने 1946 में इसी दिन प्रत्यक्ष कार्रवाई दिवस मनाने की घोषणा की थी, जिसका परिणाम भारी हिंसा के रूप में सामने आई थी.


बीजेपी ने कहा कि 16 अगस्त को खेला होबे दिवस के रूप में चुनकर टीएमसी अन्याय और अत्याचारों के उस दौर को वापस लाना चाहती है. वहीं बीजेपी ने खेला होबे दिवस को लेकर कई और भी आरोप लगाए हैं.


बीजेपी ने कहा कि दो मई को विधानसभा चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद से टीएमसी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा शुरू कर दी है. खेला होबे दिवस के जरिए टीएमसी ऐसी हिंसक घटनाओं को बढ़ावा देना चाहती है.


बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी प्रचंड बहुमत से जीतकर फिर से सत्ता में लौटी है जबकि राज्य में बीजेपी दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी है.


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