West Bengal Bypolls: पश्चिम बंगाल उपचुनाव की घोषणा के साथ सभी की निगाहें प्रतिष्ठित भवानीपुर निर्वाचन क्षेत्र पर टिकी हुई हैं, जहां तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी अपने मुख्यमंत्री पद को बरकरार रखने के लिए चुनाव लड़ने वाली हैं. उसी के साथ भारतीय जनता पार्टी ने प्रियंका टिबरेवाल को मैदान में उतरा हैं. वही बंगाल के सिखों ने फिर एक बार बीजेपी का बहिष्कार करने का फैसला किया है.


सिख समुदाय ने उपचुनाव के दौरान लोगों से अपील की कि 'बीजेपी को एक भी वोट नहीं दे'. पूरे बंगाल में सिख मतदाता 55 हजार के आसपास हैं और भवानीपुर की बात करे तो यहां लगभग 1800 सिख वोटर्स हैं. गुरुद्वारा बड़ा सिख संगति के महासचिव और बोर्ड सदस्य नछतर सिंह ने बताया कि रणनीति वही है जो 9 महीने से चल रही थी. बंगाल के किसान भाइयों के लिए हमने कहा था कि आप अपना वोट किसी को भी दे सकते हैं लेकिन बीजेपी को नहीं क्योंकि बीजेपी के नियम और कानून किसानों के बिल्कुल विपरीत हैं.


उन्होंने कहा कि किसानों से सुझाव लिए बिना उन्होंने यह कानून बनाया था. यह पूरी तरह से कॉर्पोरेट सेक्टर के पक्ष में बना कानून है. हम किसान अब भी उसी नियम में हैं कि बीजेपी को छोड़कर अपनी पसंद के किसी को भी वोट दें. हम बीजेपी का बिल्कुल भी समर्थन नहीं करेंगे. हमें किसी भी पार्टी से कोई दुश्मनी नहीं है, लेकिन यह है कि अपना वोट बीजेपी को मत देना. हमारे 600 से अधिक किसान भाई दिल्ली की सीमा में शहीद हो गए हैं.


सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया


यूथ खालसा क्लब के सदस्य गुरमीत सिंह ने बताया, 'लगभग एक साल हो गया है. पंजाब, हरियाणा और यूपी के किसान 9 महीने से अधिक समय से दिल्ली की सीमा पर बैठे हैं और सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है और जहां तक सरकारी संगठनों का सवाल है, जो बेचने की कगार पर हैं, अब सब कुछ सबके सामने है और जो हम शुरुआत में कह रहे थे वही हम लोगों से अनुरोध करेंगे कि अब जहां चुनाव हो रहा है वहां बीजेपी को वोट न दें. लोगों से अनुरोध है कि वे बीजेपी को वोट न दें.'


टीएमसी विधायक मदन मित्रा ने कहा कि हमारे देश में प्यार का नाम हिंदू, वफादारी का नाम मुस्लिम और जंग का नाम सिख है. ये है हमारा प्यारा हिंदुस्तान. हम भवानीपुर में पले-बढ़े हैं. गुरुद्वारे की झोपड़ियों में जाने से लेकर लंगरों में हलवा पुरी होने तक भवानीपुर लोगों की आवाज और वही गुरुजी की शरणस्थली है. विरोध में आवाज उठाने वाले पंजाब के किसानों को सरदार कहेंगे- ''जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल''. ममता बनर्जी सरदारों के समुदाय के बहुत करीब हैं. वह हमेशा उनके कार्यकर्म में भाग लेती हैं.


वहीं बीजेपी उमीदवार प्रियंका टिबरेवाल का कहना हैं कि वे किसी एक समुदाय से नहीं बल्कि पुरे भवानीपुर के निवासियों से वोट की अपील कर रही हैं. उन्होंने कहा, 'मैं किसी समुदाय के बारे में नहीं बोलना चाहती. मैं भवानीपुर के लोगों के बारे में बोलूंगी. इस बार प्रियंका वोट मांग रही हैं क्योंकि प्रियंका आपके सुख-दुख में आपके साथ खड़ी हैं. मैंने आपको अपनी यह पहचान दी है.'


यह भी पढ़ें:
West Bengal Violence: बंगाल हिंसा की सीबीआई जांच का राज्य सरकार ने किया विरोध, सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई 1 हफ्ता टाली
West Bengal By-Polls: पश्चिम बंगाल विधानसभा उपचुनाव के लिए राज्य में तैनात होंगी सेंट्रल फोर्स की 15 कंपनियां