नई दिल्लीः आज शाम दिल्ली में यमुना नदी के खतरे के निशान को पार कर जाने की संभावना जताई जा रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निचले इलाकों में रहने वालों लोगों से गुजारिश की है कि वो निचले इलाकों को छोड़कर प्रशासन द्वारा बनाए गए अस्थायी शरणगृहों में चले जाएं. दरअसल हरियाणा के हथिनी कुंड से पानी छोड़ने के कारण 40 साल बाद दिल्ली पर बाढ़ का सबसे बड़ा खतरा मंडरा रहा है. आज रात से परसों तक भारी खतरा होने की बात कही जा रही है. दिल्ली सरकार ने इसके लिए एहतियाती इंतजाम किए हैं.


अरविंद केजरीवाल ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार सामने आने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. हरियाणा ने रविवार को रिकॉर्ड 8.28 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा है जिससे दिल्ली में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. लिहाजा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यमुना नदी के सोमवार शाम तक खतरे का निशान पार करने का अंदेशा जताते हुए निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से अनुरोध किया कि वे प्रशासन की ओर से बनाए गए अस्थायी शरण स्थलों में चले जाए.


मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह पानी सोमवार शाम तक दिल्ली पहुंच सकता है और यमुना के 207.32 मीटर के खतरे के निशान को पार कर सकता है.’अबतक 2,120 अस्थाई शरण स्थल बनाए गए हैं, जहां खाना, पानी और अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं. आधिकारिक अनुमान के मुताबिक, निचले इलाकों में रहने वाले 23,800 से ज्यादा लोगों को वहां से निकालने की जरूरत है.


मुख्यमंत्री ने लोगों से अनुरोध किया कि वे क्षेत्र छोड़ दें, जहां बाढ़ आने का अंदेशा है.


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