Swami Prasad Maurya: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले दल बदल का खेल शुरू हो चुका है. सत्ताधारी पार्टी बीजेपी से इस्तीफों की झड़ी लग रही है, जो सीधे अखिलेश की झोली में जाते हुए नजर आ रहे हैं. सबसे पहले झटका योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया. उन्होंने अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद अपना इस्तीफा सौंप दिया और अब समाजवादी पार्टी में शामिल होने का ऐलान भी कर चुके हैं. अब सवाल है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे का यूपी चुनाव में बीजेपी पर क्या असर पड़ेगा? सी-वोटर के सर्वे में लोगों ने इसका जवाब दिया. 


एबीपी-सी वोटर सर्वे में वैसे तो ज्यादातर लोगों ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे से बीजेपी पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा. लेकिन उन लोगों की संख्या भी कम नहीं थी जो मानते हैं कि मौर्य के जाने से बीजेपी पर असर पड़ सकता है. 


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सर्वे का क्या रहा नतीजा?


इस सर्वे में कुल 47 फीसदी लोगों ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे का बीजेपी पर असर नहीं पड़ने वाला है. वहीं 40 फीसदी लोग ऐसे थे जो मानते हैं कि इस इस्तीफे के बाद बीजेपी पर असर पड़ सकता है. बाकी 13 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें पता नहीं. यानी अगर सर्वे की मानें तो कहीं न कहीं बीजेपी के लिए कैबिनेट मंत्री रहे मौर्य का यूं इस्तीफा देकर जाना नुकसान पहुंचा सकता है. 


अखिलेश यादव ने किया था स्वागत
स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे ने यूपी की सियासत में हलचल पैदा कर दी. बीजेपी के लिए ये एक बड़ा झटका था. उनके साथ-साथ कुछ और विधायकों ने भी बीजेपी छोड़ने का ऐलान किया है. मौर्य के इस्तीफे के तुरंत बाद अखिलेश यादव के ट्विटर हैंडल से एक तस्वीर पोस्ट की गई. जिसमें अखिलेश यादव और स्वामी प्रसाद मौर्य नजर आ रहे हैं. अखिलेश ने इस तस्वीर के साथ मौर्य और उनके साथियों का समाजवादी पार्टी में स्वागत किया. 


बता दें कि अब स्वामी प्रसाद मौर्य के अलावा यूपी सरकार के दूसरे मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी पार्टी से इस्तीफा दिया है. उनके भी समाजवादी पार्टी में जाने की संभावना है. क्योंकि अखिलेश यादव ने मौर्य की तरह उनका भी स्वागत किया है और उनके साथ फोटो ट्वीट की है. आने वाले दिनों में कुछ और बीजेपी नेताओं के पार्टी छोड़ने की अटकलें हैं. फिलहाल समाजवादी पार्टी इन इस्तीफों से काफी खुश नजर आ रही है. क्योंकि जहां एक ओर बीजेपी का कुनबा टूट रहा है, वहीं अखिलेश की पार्टी अपना कुनबा बढ़ाने में जुट गई है.