UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए जारी प्रचार के बीच बीजेपी को एक और झटका लगा है. स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद अब दारा सिंह चौहान (Dara Singh Chauhan) ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. दारा सिंह मऊ जिले की मधुबन विधानसभा सीट से विधायक हैं. उन्होंने राज्यपाल को भेजी चिट्ठी में योगी सरकार पर दलितों, पिछड़ों और युवाओं की अनदेखी का आरोप लगाया है.


मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद दारा सिंह चौहान ने अखिलेश यादव से मुलाकात की. सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट कर कहा कि ‘सामाजिक न्याय’ के संघर्ष के अनवरत सेनानी श्री दारा सिंह चौहान जी का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!  सपा व उसके सहयोगी दल एकजुट होकर समता-समानता के आंदोलन को चरम पर ले जाएँगे… भेदभाव मिटाएँगे! ये हमारा समेकित संकल्प है! सबको सम्मान ~ सबको स्थान!






दारा सिंह चौहान (Dara Singh Chauhan) ने राज्यपाल को भेजी चिट्ठी में कहा, ''माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में वन पर्यावरण और जन्तु उद्यान मंत्री के रूप में मैंने पूरे मनोयोग से अपने विभाग की बेहतरी के लिए कार्य किया, किन्तु सरकार की पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के साथ-साथ पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है, उससे आहत होकर मैं उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं.''




दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने उनसे फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की. उन्होंने कहा, ''परिवार का कोई सदस्य भटक जाए तो दुख होता है. जाने वाले आदरणीय महानुभावों को मैं बस यही आग्रह करूंगा कि डूबती हुई नांव पर सवार होने से नुकसान उनका ही होगा. बड़े भाई श्री दारा सिंह जी आप अपने फैसले पर पुनर्विचार करिए.''






दारा सिंह चौहान (Dara Singh Chauhan) बीएसपी और सपा में रह चुके हैं. सबसे पहले बीएसपी से एमएलसी रहे, फिर राज्यसभा गए. बाद में बीएसपी छोड़ सपा में आये और घोसी सीट से सांसद बन गए. 2014 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद वो 2017 में बीजेपी में आये और मऊ ज़िले की मधुबन सीट से विधायक बन मंत्री बने.


बता दें कि मंगलवार को श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. मौर्य के इस्तीफे के बाद उनके करीबी माने जाने वाले तीन अन्य विधायकों ने भी बीजेपी से इस्तीफा दिया और मौर्य का साथ निभाने का दावा किया.


मंत्री से इस्तीफे के बाद मंगलवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पूर्व मंत्री के साथ अपनी एक तस्‍वीर ट्विटर पर साझा कर उनका सपा में स्वागत किया. मौर्य के इस्तीफे के बाद बांदा जिले के तिंदवारी विधानसभा सीट से विधायक बृजेश कुमार प्रजापति, शाहजहांपुर जिले के तिलहर विधानसभा सीट से विधायक रोशन लाल वर्मा तथा कानपुर देहात के बिल्हौर सीट से विधायक भगवती सागर ने भी बीजेपी से इस्तीफा दे दिया.


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