Rajeev Chandrasekhar ON Rahul Gandhi: केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शनिवार (22 अप्रैल) को कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की मंशा के बिना वादे करने और ऊल-जलूल आरोप लगाते रहने की आलसी किस्म की राजनीति का प्रतिनिधित्व करते हैं. 


बीजेपी नेता चंद्रशेखर की यह टिप्पणी ऐसे वक्त आई है जब कांग्रेस नेता ने जातिगत जनगणना की वकालत की है और कर्नाटक में कई तरह की रियायतें देने का वादा किया है. उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि कर्नाटक में बीजेपी के कुछ प्रमुख नेताओं की बगावत पार्टी के आगामी विधानसभा चुनावों में बहुमत हासिल करने की राह में आड़े नहीं आएगी. 


क्या दावा किया?


राजीव चंद्रशेखर ने दावा किया कि कर्नाटक के बीजेपी नेताओं ने 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में 74 नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के साहसिक फैसले के बाद पीढ़ीगत बदलाव को स्वीकार कर लिया है.  


कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य चंद्रशेखर ने कहा कि राज्य के भविष्य को बीजेपी से जोड़कर देखा जाने लगा है, जबकि कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) अतीत की आलसी, बिना जिम्मेदारी के हक जमाने और शोषक राजनीति के प्रतीक हैं. 


जातिगत जनगणना को लेकर क्या कहा?


कर्नाटक में एक चुनावी रैली में राहुल गांधी के बेरोजगारों और महिलाओं के लिए भत्ते सहित कई वादों और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को लुभाने के लिए जातिगत जनगणना की मांग का समर्थन करने के मद्देनजर चंद्रशेखर ने कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए दशकों तक सत्ता में रहने के दौरान पार्टी के ट्रैक रिकॉर्ड पर सवाल उठाया.


चंद्रशेखर ने कटाक्ष करते हुए कहा कि गांधी चाहते हैं कि लोग यह भूल जाएं कि उनकी पार्टी ने दशकों तक शासन किया है. उन्होंने कांग्रेस नेता पर हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी जिस तरह की राजनीति का प्रतिनिधित्व करते हैं, यह सबसे आलसी किस्म की राजनीति है. वह लोगों के जीवन में बेहतरी के लिए कठिन मेहनत के इरादों के विचार के बिना बस वादे करते रहते हैं. 


'ओबीसी के लिए कुछ नहीं किया'


इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वे सरकार में थे तब उन्होंने ओबीसी के लिए कुछ नहीं किया. प्रधानमंत्री और कर्नाटक में डबल इंजन सरकार के तहत समुदाय के लिए किए गए सभी कार्यों को देखना चाहिए. वादे करना और गायब हो जाना कांग्रेस की शैली है. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में वादे किए, जिन्हें कभी पूरा नहीं किया गया. 


जगदीश शेट्टर का किया जिक्र


चंद्रशेखर ने लिंगायत नेताओं के लिए बीजेपी की ऐतिहासिक प्रतिबद्धता, मान्यता और सम्मान का उल्लेख करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर और पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी जैसे लिंगायत नेताओं के दल-बदल से पार्टी को समुदाय के समर्थन में सेंध नहीं लगेगी.


उन्होंने कहा कि एक या दो नेता, जो अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा को सबसे आगे रखना चाहते थे, कांग्रेस या जद (एस) में चले गए. अगर आप शेट्टर या सावदी को देखें, तो दोनों नेताओं ने भाजपा के साथ लंबे समय तक काम किया और हमेशा उसकी विचारधारा से जुड़े रहे. हम देखेंगे कि 13 मई (मतगणना) को वे न केवल हारेंगे, बल्कि बीजेपी के सदस्यों के रूप में पिछले कई दशकों में उन्होंने जो भी सम्मान अर्जित किया है, उसे भी खो देंगे. 


कांग्रेस के बीजेपी पर लिंगायत नेताओं का अपमान करने का आरोप लगाने के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का राज्य के सबसे बड़े समुदाय में विभाजन पैदा करने का इतिहास रहा है, जो कुल आबादी का लगभग 17 प्रतिशत माना जाता है. उन्होंने कहा कि विभिन्न समुदायों का बीजेपी के प्रति समर्थन है, चाहे वह लिंगायत, वोक्कालिगा या दलित हों.


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