Conflict On CUET:  केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ के पोनमुडी को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जामिनेशन (CUET) के मुद्दे पर पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने सीयूईटी के फायदे बताए हैं. इससे पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने CUET से दिक्कत होने के चलते PM मोदी को पत्र लिखकर शिकायत की थी.


7 अप्रैल को लिखे गए पत्र में स्टालिन ने लिखा था कि CUET के कारण स्कूलों में पूर्ण शिक्षा पर ध्यान कम दिया जाएगा जिससे लंबे समय के लिए अध्यन प्रभावित होगा और छात्रों को केवल प्रवेश परीक्षा स्कोर में सुधार के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा जिसके लिए वे कोचिंग सेंटरों पर निर्भर करेंगे.


स्टालिन के तर्क का जवाब धर्मेंद्र प्रधान ने पत्र लिखकर दिया


तमिलनाडु  के मुख्यमंत्री स्टालिन के इस तर्क का जवाब केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने पत्र में दिया है जिसमें वो CUET के चलते होने वाले सकारात्मक बदलावों का विस्तृत विवरण कर रहे हैं. प्रधान लिखते हैं कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसरण में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) शुरू किया गया है. छात्र एक आवेदन पत्र के साथ अपनी पसंद के अनुसार एक से ज़्यादा विश्वविद्यालयों में रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं जिससे उनका बोझ कम होगा.


छात्रों के पास देश भर के सैकड़ों परीक्षा केंद्रों से परीक्षा केंद्र का चयन करने के विकल्प के साथ 13 भाषाओं में से किसी एक में प्रवेश परीक्षा में बैठने का विकल्प है. क्योंकि, विभिन्न राज्य बोर्डों के अंक देने के पैटर्न में बहुत फर्क है और CUET केवल CUET अंकों पर प्रवेश देता है, इसलिए ये परीक्षा वैचारिक समझ और ज्ञान को लागू करने की क्षमता का परीक्षण करेगी और इन परीक्षाओं के लिए कोचिंग लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी.


इसके अलावा ग्रेजुएशन की प्रवेश परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम बारहवीं कक्षा के स्तर का होगा जिससे सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित लोगों को फायदा पहुंचने की उम्मीद है. परीक्षा के लिए कक्षा बारह की परीक्षा के अंकों पर विचार किया गया है. इसलिए, CUET अलग-अलग भाषाओं में एक प्रवेश परीक्षा के माध्यम से पहुंचने का अच्छा तरीका है. इससे छात्रों को आर्थिक बोझ और मानसिक प्रताड़ना कम होगी.


ये है मामला


यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग UGC) ने हाल ही में नई शिक्षा नीति के एलान के बाद देश के 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में इसे लागू करने का फैसला किया था जिसके चलते सभी केंद्रीय यूनिवर्सिटी में एडमिशन का प्रोसेस कॉमन कर दिया था और किसी भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने के लिए सीयूईटी परीक्षा (CUET : Common University Entrance Test) परीक्षा देनी होगी. इसी सत्र से इन परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा, फिलहाल CUET के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म की प्रक्रिया जारी है.


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