Manik Saha Resigns As CM: माणिक साहा ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. शुक्रवार (3 मार्च) को उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य को सौंप दिया है. राजभवन से बाहर निकलते वक्त माणिक साहा ने पत्रकारों से कहा कि हम लोग आज राज्यपाल के पास आए और मैंने अपना इस्तीफा उनको सौंपा. माणिक साहा ने आगे कहा, "राज्यपाल ने कहा कि जब तक नई सरकार नहीं बनती तब तक मैं काम करूं." माणिक साहा ने ये भी कहा कि शपथ ग्रहण समारोह 8 मार्च को हो सकता है.


त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के नतीजे गुरुवार को आए. राज्य में बीजेपी ने लगातार दूसरी बार लेफ्ट-कांग्रेस को झटका देते हुए 32 सीटों पर जीत हासिल की. बीजेपी की सहयोगी पार्टी आईपीएफटी ने पांच सीटों पर चुनाव लड़ा और एक सीट जीती. ऐसे में बीजेपी गठबंधन का आंकड़ा अब प्रदेश में 33 हो गया है. हालांकि, बीजेपी को पिछली बार, यानी 2018 के चुनाव के मुकाबले 4 सीटें कम मिली हैं.


टिपरा मोथा पार्टी ने किया हैरान!


त्रिपुरा के विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा हौरान नवगठित टिपरा मोथा पार्टी ने किया है. पूर्ववर्ती राजघराने के वंशज प्रद्योत किशोर देबबर्मा की पार्टी को चुनाव में 13 सीटों पर जीत मिली है. टिपरा मोथा ने 42 सीटों पर चुनाव लड़ा था. वहीं, वाम-कांग्रेस गठबंधन ने 14 सीट हासिल कीं. देबबर्मा की पार्टी ने जनजातीय क्षेत्र में वाम दल के वोट में सेंध लगाई.


TMC का हुआ बुरा हाल!


तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का बेहद खराब प्रदर्शन रहा. टीएमसी ने 28 सीट पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उसे कहीं भी सफलता नहीं मिली. टीएमसी का वोट प्रतिशत (0.88 प्रतिशत) नोटा से भी कम रहा. बीजेपी की जीत पर माणिक साहा ने कहा, "भाजपा की जीत की उम्मीद थी...हम इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. निर्णायक जनादेश से हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई है."


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