Petrol and Diesel Crisis in Tripura: असम में आई बाढ़ ने राज्य में तो तबाही मचा ही रखी है साथ ही पड़ोसी राज्य भी इससे प्रभावित हो रहे हैं. त्रिपुरा में पेट्रोल और डीजल की किल्लत होने लगी है और इसके भाव आसमान छू रहे हैं. त्रिपुरा में एनएस 44 पर लंबा जाम लगा हुआ है जिसकी वजह से राज्य में पेट्रोल और डीजल की किल्लत हो गई है और हर वाहन के लिए मात्रा तय कर दी गई है. अगर कोई टू व्हीलर लेकर जाता है तो उसे 200 रुपये का पेट्रोल मिलेगा, थ्री व्हीलर वाले को 300 रुपये का पेट्रोल या डीजल और चार पहिया वाले वाहनों को 1000 रुपये का पेट्रोल या डीजल ही मिलेगा.


रेल संचार पूरी तरह से बाधित है


असम, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बराक घाटी के लिए रेल संपर्क मंगलवार को लगातार चौथे दिन बाधित रहा, क्योंकि शुक्रवार से भारी बारिश और भूस्खलन के बाद असम में पटरियों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. अगले कुछ दिनों में ट्रेनों के फिर से शुरू होने की कोई संभावना के चलते त्रिपुरा और मिजोरम की सरकारों ने अपने राज्यों में पेट्रोलियम उत्पादों की राशनिंग शुरू कर दी है. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के अनुसार, असम में लुमडिंग-बदरपुर खंड में 50 से अधिक हिस्सों में रेलवे ट्रैक देश के बाकी हिस्सों के साथ मिजोरम, त्रिपुरा, मणिपुर और बराक घाटी में रेल संचार को पूरी तरह से बाधित कर दिया गया है.


वैकल्पिक रास्ते तलाशने पर जोर


मंगलवार को त्रिपुरा में खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के विभाग ने राज्य के सभी पेट्रोल पंपों को पेट्रोलियम उत्पादों की राशन बिक्री का निर्देश दिया. अधिकारियों ने बताया कि खाद्य, पेट्रोलियम और अन्य उत्पादों की आपूर्ति प्रभावित होने की संभावना के चलते वे वैकल्पिक रास्ते तलाश रहे हैं. त्रिपुरा में ईंधन सहित आवश्यक वस्तुओं का पर्याप्त भंडार है जो कुछ और दिनों तक चलने की उम्मीद है. हमने मामले का जायजा लिया है. त्रिपुरा के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के विभाग के निदेशक तपन कुमार दास ने कहा कि रेलवे कनेक्टिविटी को बहाल करने का काम चल रहा है और उम्मीद है कि यह जल्द ही फिर से शुरू हो जाएगा.


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