Controversy on The Kerala Story: फिल्म 'द केरल स्टोरी' को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है. इस बार विवाद की वजह इसका टीवी पर प्रसारण है. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने दूरदर्शन पर इसके प्रसारण के विरोध में उतर गए हैं.


केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, "दूरदर्शन की ओर से ध्रुवीकरण को बढ़ावा करने वाली फिल्म 'द केरल स्टोरी' को प्रसारित करने का निर्णय बेहद निंदनीय है. राष्ट्रीय समाचार प्रसारक को बीजेपी-आरएसएस की प्रचार मशीन नहीं बनना चाहिए. उसे ऐसी फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं करनी चाहिए. जिससे केवल आम चुनाव से पहले सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा मिले. केरल नफरत फैलाने के ऐसे दुर्भावनापूर्ण प्रयासों का दृढ़ता से विरोध करता रहेगा."






पिछले साल आई थी फिल्म


डायरेक्टर सुदिप्तो सेन की यह फिल्म पिछले साल मई में रिलीज हुई थी. इसे लेकर काफी विवाद भी हुआ था. विपक्षी दल इसके खिलाफ उतर आए थे. कई राज्यों में हॉल और मल्टीप्लेक्स पर इसे लगने नहीं दिया गया था और सरकार ने बैन लगा दिया था. यह फिल्म आतंकवाद और धर्म परिवर्तन पर आधारित थी. इस फिल्म ने करीब 100 करोड़ रुपये का बिजनेस किया था. फिल्म में दिखाया गया था कि केरल में करीब 30 हजार लड़कियों के लापता होने का दावा किया गया था. कहा गया था कि इन लड़कियों को कट्टरपंथी ग्रुप्स ने बहला-फुसलाकर आतंकी संगठन आईएसआईएस में शामिल कराया था.


केरल में चुनाव कब?


बात करें केरल की तो यहां की 20 सीटों के लिए एक ही चरण में वोटिंग होनी है, जो दूसरे चरण (26 अप्रैल) में होगी, जिसमें कासरगोड, कन्नूर, वडकरा, वायनाड, कोझिकोड, मलप्पुरम, पोनान्नी, पलक्कड़, अलाथुर, त्रिशूर, चालक्कुडी, एर्नाकुलम, इदुक्की, कोट्टायम, आलप्पुझा, मावेलिक्करा,  पतनमटिट्टा, कोल्लम, अट्टिंगल और तिरुवनंतपुरम की सीटें शामिल हैं. केरल में इस बार सत्तारूढ़ दल लेफ्ट, कांग्रेस और बीजेपी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है.


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