Target Killing In Jammu Kashmir: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के उपराज्यपाल के बीच शुक्रवार को जम्मू कश्मीर की सुरक्षा को लेकर बैठक हुई. इस बीच सरकारी सूत्रों ने कहा कि जम्मू कश्मीर में पिछले दिनों टारगेट किलिंग का उद्देश्य राज्य में माहौल ख़राब करना है. सूत्रों के कहना है कि घाटी में डर का माहौल पैदा करने के लिए ऐसी घटना को अंजाम दिया जा रहा है.


सूत्रों ने बताया कि अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले सरकारी कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर पोस्टिंग दी जा रही है. हालांकि सरकारी सूत्रों ने साफ़ कर दिया कि फ़िलहाल ऐसे सभी कर्मचारियों का ट्रांसफर जम्मू क्षेत्र में करने की कोई योजना नहीं है क्योंकि ऐसा करना आतंकवादियों के मंसूबों को कामयाब बनाना होगा.


सरकारी सूत्रों के मुताबिक़, टारगेट किलिंग की ताज़ा घटनाएं आतंकवादियों की हताशा दिखा रही हैं क्योंकि राज्य में हालात सामान्य हो रहे हैं. उनके मुताबिक़ सामान्य होते हालात का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि 2021 में किसी भी दिन बंद या हड़ताल नहीं बुलाई गई. सूत्रों ने दावा किया कि इस साल राज्य में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक आ रहे हैं. इस साल जनवरी से 31 मई तक राज्य में क़रीब 10 लाख पर्यटक आ चुके हैं जो आज तक की सर्वाधिक संख्या है. जबकि जून में संख्या और बढ़ने की संभावना है.


सरकारी सूत्रों ने बताया कि इस साल अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) के लिए भी रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. उनके मुताबिक अब तक ढाई लाख श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा लिया है. सूत्रों ने बताया कि 1 दिन में 20000 श्रद्धालु ही यात्रा के लिए निकल सकेंगे जो लगभग 43 दिनों तक चलेगी. सूत्रों ने बताया कि यात्रा के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं और आतंकवादियों की धमकी के बावजूद अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) अपने तय समय से शुरू होगी.


Amit Shah Meeting: जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाओं को लेकर 2 घंटे चली अमित शाह की हाई लेवल बैठक


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