चेन्नई: कोरोना महामारी के बीच आज तमिलनाडु की 234 सीटों पर विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए. खास बात ये रही कि शिवगंगा सीट से सीपीआई के उम्मीदवार गुनासेकरन ने कोरोना संक्रमित होने के बावजूद अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. उनके अलावा हाल ही में कोरोना की चपेट में आईं डीएमके की सांसद कनिमोझी ने भी अपने मतदान केंद्र पर पहुंच कर वोट डाला.


कोरोना संक्रमित वोटरों को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने तय किया है कि संक्रमित वोटर शाम 6 बजे से लेकर 7 बजे तक के बीच अपना वोट डाल सकते हैं. इसके लिए आयोग ने पोलिंग बूथ पर खास इंतज़ाम भी किए हैं.


सीपीआई उम्मीदवार गुनासेकरन अपने पोलिंग बूथ पर पीपीई किट में पहुंचे और तमाम सावधानियां बरतते हुए उन्होंने वोट किया. उनके अलावा कनिमोझी भी एंबुलेंस से वोट देने आईं और उन्होंने भी पीपीई किट पहना हुआ था. कनिमोझी 3 अप्रैल को वायरस से संक्रमित पाई गईं थीं. नेताओं के अलावा वायरस का इलाज कराने वाले कई अन्य व्यक्तियों ने भी तमिलनाडु में मतदान किया.


कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के आगमन से पहले, मतदान केंद्रों के सभी कर्मियों ने पीपीई किट पहन मतदान की सुविधा प्रदान की. बाद में परिसर को सेनेटाइज किया गया. कोविड-19 संक्रमित मतदाताओं या वायरस से संक्रमित होने के संदेह वाले लोगों के लिए मतदान के लिए अंतिम घंटा (शाम 6-शाम 7 बजे) निर्धारित किया गया था.

तमिलनाडु में शांतिपूर्ण तरीके से हुआ मतदान


तमिलनाडु में कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण ढंग से मतदान हुआ. मुख्य निर्वाचन अधिकारी सत्यव्रत साहू ने बताया कि शाम पांच बजे तक राज्य में 63.60 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया. उन्होंने बताया कि नमक्कल में सबसे अधिक 70.79 फीसदी मतदान हुआ है, जबकि सबसे कम 50.05 फीसदी मतदान तिरूनेलवेली जिले में हुआ.


राज्य में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के कई शीर्ष नेताओं ने मतदान किया, जिसमें एआईएडीएमके के के. पलानीस्वामी, ओ पनीरसेल्वम, डीएमके अध्यक्ष एम के स्टालिन शामिल हैं.


महाराष्ट्र सरकार और अनिल देशमुख SC पहुंचे, बॉम्बे HC के आदेश को चुनौती दी