Coonoor Plane Crash: सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश की जांच में हुई प्रगति को लेकर बुधवार को वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी और जांच कमेटी के प्रमुख एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर 'प्रोग्रेस रिपोर्ट' पेश की. हालांकि, अभी तक ये साफ नहीं है कि मीटिंग में क्या कुछ हुआ लेकिन माना जा रहा है कि दुर्घटना के संभावित कारणों के बारे में रक्षा मंत्री को पूरी जानकारी दी गई है.


बुधवार की सुबह करीब 11 बजे वायुसेना प्रमुख और एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के दिल्ली के अकबर रोड स्थित सरकारी आवास पर पहुंचे. इस दौरान रक्षा सचिव अजय कुमार भी राजनाथ सिंह के आवास पर मौजूद रहे. एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ही सीडीएस के हेलिकॉप्टर क्रैश के कारणों कई जांच के लिए बनाई गई ट्राई-सर्विस कमेटी के प्रमुख हैं. वायुसेना की ट्रेनिंग कमान के कमांडिंग इन चीफ, एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में रक्षा मंत्रालय ने जो कमेटी बनाई है उसमें थलसेना की एविएशन विंग के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं.


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एबीपी न्यूज को मिली जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के दौरान वायुसेना प्रमुख और एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश की जांच‌ की 'प्रोग्रेस रिपोर्ट' पेश की. इस रिपोर्ट में बताया कि दुर्घटना के संभावित कारण क्या हैं. बताया कि खराब मौसम के चलते सीडीएस का हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ. क्रैश हुए हेलिकॉप्टर में कोई तकनीकी खराबी नहीं थी. ना ही मानवीय कारणों से ये दुर्घटना हुई. ना ही किसी तरह का कोई 'साबोटाज' था.


कंट्रोल्ड फ्लाइट इंटू टेरेन क्रैश की वजह!


जानकारी के मुताबिक, रिपोर्ट में सीएफआईटी यानि 'कंट्रोल्ड फ्लाइट इंटू टेरेन' को क्रैश का कारण माना गया है. यानी लैंडिंग से पहले हेलिकॉप्टर के ठीक सामने 'क्लाउड' यानी बादलों का एक बड़ा गुबार आने से हेलिकॉप्टर जमीन से जा टकराया होगा. मुलाकात के दौरान रक्षा मंत्री को ये भी बताया गया कि अब वीवीआईपी फ्लाइंग के प्रोटोकॉल में बदलाव किए जाएंगे.


मीटिंग में बताया गया कि जांच कमेटी ने वायुसेना और थलसेना के संबंधित अधिकारियों के बयान रिकॉर्ड किए हैं. साथ ही उन स्थानीय लोगों से भी बातचीत की है जो इस दुर्घटना के प्रत्यक्षदर्शी थे. उस मोबाइल फोन की जांच भी की गई है जिससे क्रैश से तुरंत पहले का वीडियो शूट किया गया था. क्रैश हुए हेलिकॉप्टर का एफडीआर यानी फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर, जिसे ब्लैक-बॉक्स भी कहा जाता है को घटनास्थल से बरामद कर लिया गया था, उसे भी जांच‌ का हिस्सा बनाया गया है.


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14 लोगों ने गंवाई थी जान


8 दिसंबर को सीडीएस जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु के सुलूर एयर बेस से वायुसेना के एमआई-17वी5 हेलिकॉप्टर से ऊटी के करीब वेलिंगटन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे. उसी दौरान उनका हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हेलिकॉप्टर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित कुल 14 लोगों सवार थे, जिनकी मौत हो गई थी. क्रैश के बाद लगातार सवाल उठ रहे थे कि आखिर वायुसेना का 'एमआई-17वी5' हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ तो हुआ कैसे.