तालिबान ने अफगानिस्तान को अपने कब्जे में ले लिया है. अपनी शर्तों पर अब देश चला रहा है. इसी कड़ी में तालिबान ने भारत के साथ होने वाले निर्यात पर रोक लगा दी है. भारत बड़े पैमाने पर अफगानिस्तान से ड्राई फ्रूट्स मंगाता है. जानकारों का कहना है कि 80% तक भारत के ड्राई फ्रूट्स की डिमांड अफगानिस्तान से पूरी होती है. अब इस निर्यात पर लगी रोक से बाजार पर भी असर पड़ेगा.


मिठाइयों में सेहत बनाने के लिए और आम खानपान में काला किशमिश, जर्दालु, चिलगोजा, काजू, बादाम का इस्तेमाल होता है. 80% तक भारत में उपभोग होने वाला ड्राई फ्रूट्स अफगानिस्तान से आता है. बागा बॉर्डर के रास्ते या फिर समुद्र के रास्ते मुंबई और गुजरात के पोर्ट तक पहुंचता है. अब जबकि तालिबान ने निर्यात पर रोक लगा दी है तो भारत में ड्राई फ्रूट्स के मार्केट में उतार-चढ़ाव निश्चित है.


बादाम के दाम में तेजी


मुंबई के क्रोफिट मार्केट में पड़ताल की तो मालूम चला कि तालिबान के कब्जे की शुरुआत के साथ ही मुंबई में बादाम के दाम प्रति किलो ₹400 से ज्यादा चढ़ चुके हैं. हालांकि दूसरे ड्राई फ्रूट्स पर कोई खास असर नहीं पड़ा है. दुकानदार का कहना है कि अभी बहुत सा पुराना स्टॉक बचा है और निश्चित है कि अगले हफ्ते भाव बदलेंगे. दुकानदार बता रहे हैं कि नब्बे के दशक में जब तालिबान पर अफगानिस्तान ने कब्जा किया था तब भी 10% से 15% तक की कीमतों में वृद्धि हुई थी. इस बार हालात को देखते हुए 25% से 30% तक कीमतों का बढ़ना निश्चित है.


कीमतों की उतार-चढ़ाव की चर्चा बाजार में ही नहीं, घरों तक पहुंच गई है. यही कारण है कि एक ओर त्योहारी सीजन है, वहीं दूसरी ओर भाव बदलने की आहट के बीच आम लोग बड़े पैमाने पर खरीदारी करने के लिए पहुंच रहे हैं. दुकानदारों का कहना है हालिया घटनाक्रम के चलते बाजार में भीड़ बढ़ी है. त्योहार तो है इसलिए भी भीड़ है. खरीदारों का कहना है कि दाम बढ़े हैं. त्योहार आ रहे हैं. इसलिए खरीदना जरूरी है.



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