नई दिल्ली: लालू यादव पर लगातार हमलावर बीजेपी नेता सुशील मोदी ने लालू यादव पर भ्रष्टाचार के आरोपों की तीसरी कड़ी पेश की है. इस बार भी मामला जमीन से ही जुड़ा हुआ है. सुशील मोदी का आरोप है कि लालू यादव के भाई प्रभुनाथ यादव भी जमीन घोटाले में भागीदार हैं.
सुशील मोदी ने लालू यादव पर आरोप लगाते हुए कहा, ''लालूजी के भाई प्रभुनाथ यादव जो भूमिहीन थे. उनके पास पटना शहर में जमीन कैसे आई, फिर पक्का मकान कैसे बना. पक्का मकान सहित जमीन को तेजस्वी और तेजप्रताप को औने-पौने दाम में दे दिया.''
सुशील मोदी का आरोप है कि जिस जमीन को लालू के भाई प्रभुनाथ यादव ने तेज प्रताप और तेजस्वी को 14 लाख रुपये में बेची, उसी जमीन को कात्याल भाईयों की कंपनी एके इंफोसिस्टम ने 70 लाख रुपये में खरीदी.
क्या है मामला? बिहार में शराब की फैक्ट्री लगाने वाले दो भाईयों ओमप्रकाश कात्याल और अमित कात्याल ने एके इंफोसिस्टम नाम से कंपनी 2007 में बनाई थी. एके इंफोसिस्टम ने मार्च 2007 में 39 लाख रुपये में पटना में दो जगहों पर जमीन खरीदी. बाद में उस कंपनी को लालू के परिवार के नाम कर दिया. आरोप है कि मौजूदा समय में एके इंफोसिस्टम में 85 फीसदी हिस्सेदारी राबड़ी देवी और 15 फीसदी तेजस्वी यादव के पास है. जबकि लालू और चंदा यादव दोनों कंपनी में डायरेक्टर हैं.
लालू की ओर से कोई सफाई नहीं सुशील मोदी ने लालू पर पहले मिट्टी घोटाले का आरोप लगाया था. उसके बाद पटना में मॉल की करोड़ों की जमीन हड़पने का आरोप लगाया था. अब जमीन घोटाले का नया आरोप लगाया है. सुशील मोदी के इस नए आरोप पर लालू परिवार की ओर से कोई सफाई नहीं आई है.