नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में आज 9 नए जजों ने पदभार संभाला. चीफ जस्टिस एन वी रमना ने उन्हें सुबह 10.30 बजे पद की शपथ दिलाई. जो 9 लोग आज सुप्रीम कोर्ट जज बने, उनमें से 8 हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस या जज हैं. उनके अलावा एक वरिष्ठ वकील भी सीधे सुप्रीम कोर्ट जज नियुक्त हुए. 


शपथ लेने वाले जजों की असाधारण रूप से बड़ी संख्या के चलते कार्यक्रम का आयोजन 900 लोगों की क्षमता वाले ऑडिटोरियम में हुआ. हालांकि, कोविड प्रोटोकॉल के चलते कार्यक्रम में बहुत सीमित लोगों को अनुमति दी गई. इसमें सुप्रीम कोर्ट के सभी जजों के अलावा एटॉर्नी जनरल, सॉलिसीटर जनरल, बार एसोसिएशन के प्रतिनिधि, वरिष्ठ वकीलों के अलावा नवनियुक्त जजों के परिवार और मित्र उपस्थित रहे. कार्यक्रम में कोर्ट की रिपोर्टिंग करने वाले चुनिंदा पत्रकारों को ही निमंत्रण दिया गया था.


सुबह 10.30 बजे कार्यक्रम शुरू हुआ. सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान 24 जज आगे की 3 पंक्तियों में बैठे. चौथी पंक्ति में आज शपथ लेने वाले 9 जज बैठे. सबसे पहले रजिस्ट्रार स्तर के एक अधिकारी ने चीफ जस्टिस से कार्यक्रम शुरू करने की औपचारिक अनुमति मांगी. उनकी अनुमति के बाद अधिकारी ने एक-एक कर के हर नए जज की नियुक्ति के लिए जारी राष्ट्रपति के आदेश को पढ़ा. हर आदेश के पढ़े जाने के बाद नवनियुक्त जज का नाम पुकारा जाता और वह अग्रिम पंक्ति में चीफ जस्टिस के बगल में खाली कुर्सी पर आते. उसके बाद चीफ जस्टिस उन्हें पद की शपथ दिलाते.


जजों ने आज इस क्रम में शपथ ली :-



  1. जस्टिस अभय श्रीनिवास ओका

  2. जस्टिस विक्रम नाथ

  3. जस्टिस जितेंद्र कुमार माहेश्वरी

  4. जस्टिस हिमा कोहली

  5. जस्टिस बंगलोर वेंकटरमैया नागरत्ना

  6. जस्टिस चुडलायिल तेवन रविकुमार

  7. जस्टिस एम एम सुंदरेश

  8. जस्टिस बेला माधुर्य त्रिवेदी

  9. पामीदिगंतम श्री नरसिम्हा


2 साल बाद हुई नियुक्ति
जजों के चयन करने वाले कॉलेजियम में सहमति न बन पाने के चलते करीब 2 साल से सुप्रीम कोर्ट में नई नियुक्ति नहीं हुई थी. इस कारण जजों के कुल 34 पदों में से सिर्फ 10 पद खाली हो गए थे. आज होनी वाली नई नियुक्तियों के बाद जजों की संख्या 33 हो गई है.


3 लोग बन सकते हैं चीफ जस्टिस
इन जजों में से भविष्य में जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस बी वी नागरत्ना और पी एस नरसिम्हा भारत के मुख्य न्यायाधीश बनने की संभावना हैं. अब तक सुप्रीम कोर्ट में कोई भी महिला चीफ जस्टिस नहीं हुई है. सितंबर 2027 में जस्टिस नागरत्ना के रूप में भारत को पहली महिला चीफ जस्टिस मिल सकती है.


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