National Executive Committee Meet: महाराष्ट्र (Maharashtra) में के सियासी भूचाल के बीच शिवसेना (Shivsena) की कार्यकारिणी की बैठक खत्म हो गई. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) अपनी पार्टी बचाने के लिए शिद्दत से लगे हुए हैं. उनकी शिद्दत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ये बैठक वो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए करने वाले थे लेकिन बाद में वो शिवसेना भवन पहुंचकर बैठक की अध्यक्षता करते हैं. बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए. एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) पर फैसला लेने से लेकर उद्धव को अधिकार मिलने तक इस बैठक के बड़े निर्णय थे.  


एकनाथ शिंदे पर हमला करते हुए उद्धव ने कहा कि अगर शिंदे में हिम्मत है तो अपने बाप के नाम पर वोट मांगकर दिखाएं. अब तक उन्हें शिवसेना और बाला साहेब के नाम पर वोट मिला था. उन्होंने शिंदे पर हमला करते हुए कहा कि पहले नाथ थे अब दास हो गए हैं. इसके अलावा इस बैठक में ये प्रस्ताव भी पास हुआ है कि शिवसेना के साथ गद्दारी करने वालों को क्या सजा देनी है इसका फैसला खुद उद्धव ठाकरे ही करेंगे.


उद्धव ठाकरे पर जताया भरोसा


इस बैठक में शिवसैनिकों ने उद्ध ठाकरे पर भरोसा जताया है. इसीलिए सर्वसम्मति से उन्हें पार्टी का हर फैसला करने का अधिकारी दे दिया गया है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तीन प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई जिसमें उद्धव ठाकरे पर भरोसा, बागियों पर एक्शन, उद्धव लेंगे फैसला और मराठी अस्मिता और हिंदुत्व पर कायम शामिल हैं. साथ ही, बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि कोई और बाल ठाकरे के नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकता है. बता दें कि खबर आई थी कि गुवाहाटी में मौजूद एकनाथ शिंदे का गुट नई पार्टी बना सकता है जिसका नाम शिवसेना (बालासाहेब) हो सकता है.


बैठक में 6 प्रस्ताव रखे गए जो इस प्रकार हैं-


प्रस्ताव 1


उद्धव ठाकरे को पूरा अधिकार दिया गया है कि पार्टी में क्या निर्णय लेना है, उसका हर कोई पालन करेगा. साथ ही गद्दारी करने वालों का धिक्कार भी इस प्रस्ताव में पास किया गया.


प्रस्ताव 2


कोरोना काल में उद्धव ठाकरे की ओर से जो काम किया गया, किसानों की कर्जमाफी की गई उसके लिए उनका धन्यवाद.


प्रस्ताव 3


महाराष्ट्र में होने वाले महानगपालिका, नगर परिषद, नगर पंचायत, जिल्हा परिषद, पंचायत समिति, ग्राम पंचायत समिति के चुनाव पूरी ताकत से लड़ी जाएगी.


प्रस्ताव 4


मुंबई शहर और उपनगर में कोस्टल रोड, मेट्रो रेल, 500 स्क्वायर फ़ीट घर मुफ्त दिए गए इसके लिए उनका धन्यवाद किया गया. भविष्य में भी उद्धव और आदित्य ठाकरे इसी तरह से शहर का विकास करते रहें.


प्रस्ताव 5


बालासाहेब ठाकरे का नाम शिवसेना छोड़ कोई और इस्तेमाल नहीं कर सकता है.


प्रस्ताव 6


शिवसेना से बेईमानी करने वालों पर क्या कार्रवाई की जाए, इसका फैसला उद्धव ठाकरे करें.


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