Chhattisgarh Hamar Clinic: दिल्ली (Delhi) की मोहल्ला क्लिनिक (Mohalla Clinic) की तर्ज  में छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) ने प्रदेशभर में हमर क्लीन योजना  (Hamar Clinic Scheme) की शुरुआत की है. इसके तहत आबादी के अनुसार जगह का चिन्हाकित करके क्लिनिक खोलना है. पूरे प्रदेश में हमर क्लिनिक बनाने का काम चल रहा है. इस योजना का काम कहाँ तक पहुँचा है. इसकी एबीपी न्यूज ने पड़ताल की. हमने पाया कि योजना के तहत बनने वाली हमर क्लिनिक के जगह के आबँटन में देरी हो रही है. कई जिलों में जगह न मिलने की वजह से क्लिनिक बनने की रफ़्तार धीमी पड़ गई है. इसकी वजह से आम जनता को मिलने वाली स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं का इंतज़ार लंबा हो गया है. 


राजधानी रायपुर (Raipur) की बात करें तो घर के पास स्वास्थ्य सुविधा का लाभ देने के लिए 52 हमर क्लिनिक खोलने की अनुमति मिली है. इसमें से 35 हमर क्लिनिक तो खुल गए हैं लेकिन 17 क्लिनिक अभी तक नहीं खुल पाए है. इसके पीछे दो बड़ी समस्या आई है. एक तो क्लिनिक खोलने के लिए बिल्डिंग नहीं मिल रही है. वहीं कुछ जगहों पर समाज के लोग सामाजिक कार्यक्रम करते है इस लिए बिल्डिंग नहीं मिल रही है. वहीं दूसरी समस्या ये है कि अभी तक डॉक्टरों और अन्य स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई इस लिए बिना डॉक्टरों के हमर क्लिनिक का संचालन नहीं किया जा सकता है. 


रायपुर सीएमएचओ ने क्या कहा?


हमर क्लिनिक खोलने में हो रही देरी पर एबीपी न्यूज़ ने रायपुर सीएमएचओ मीरा बघेल ने बताया कि जहां चिकित्सक है वहां हमर क्लिनिक शुरू किया जा चुका है. डॉक्टरों की भर्ती अभी लगातार जारी ही है. बांकी के जो स्टाफ है उनकी भर्ती जारी है. अगले सप्ताह से सभी स्टाफ की भर्ती हो जाएगी. रायपुर शहर में हमारे 29 क्लिनिक चालू है. सभी में रंगरोगन का कार्य चल रहा है. मीरा बघेल का कहना है की कुछ समय बाद बेहतरीन बहुत सुंदर ढंग से हमारा हमर क्लिनिक चलने लगेगा. हमर क्लिनिक में अभी 25 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध है. अबतक हमने 6  हजार 600 से ज्यादा मरीजों का इलाज किया है. 


रायपुर में हमर क्लिनिक के लिए जगह चयनित कर लिया गया है. लेकिन करीब 10 जगहों पर बिल्डिंग नहीं मिली है. स्वास्थ्य विभाग से मिली सूची के अनुसार धोबी पारा, फोकट पारा, पारस नगर,प्रेम नगर, शीतला पारा,विजय नगर अवंती विहार, फूंडहर, जरवाय हीरापुर और राजेंद्र नगर में अभी बिल्डिंग नहीं मिली है. इसको लेकर सीएमएचओ मीरा बघेल ने कहा बताया कि रायपुर शहर में 40 जगह बिल्डिंग मिलना अपने आप में बहुत बड़ा टास्क है. कई जगह समाज के लोगों ने सामाजिक काम के लिए बिल्डिंग रखा है. स्वास्थ्य विभाग कलेक्टर और निगम कमिश्नर की मदद से जगह माँगने की कोशिश कर रहा है. जिसमें देरी हो रही है. 


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