Eknath Shinde: शिवसेना (Shivsena) की कार्यसमिति की बैठक खत्म हो गई है. इस बैठक में कई फैसले लिए गए हैं. पहले कहा जा रहा था कि उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) अपने घर मातोश्री (Matoshree) से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक में हिस्सा लेंगे लेकिन वो शिवसेना भवन (Shivsena Bhavan) पहुंचे और बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में कई प्रस्ताव पास हुए जिसमें से अहम ये रहा कि एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को पार्टी ने अपने पद से नहीं हटाया है.


शिवसेना के संविधान के मुताबिक पक्ष प्रमुख के बाद पार्टी में 13 नेता पद है. इसके बाद उपनेता, जिला प्रमुख और विभाग प्रमुख आते हैं. एकनाथ शिंदे का पार्टी में कद नेता के तौर पर है और आज हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एकनाथ शिंदे को नेता पद से नहीं हटाया गया है.


शिवसेना या बाला साहेब का नाम का इस्तेमाल नहीं


महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच शिवसेना की कार्यसमिति की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया है कि शिवसेना या बाला साहेब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल कोई नहीं कर सकता है. इस मामले को लेकर शिवसेना ने चुनाव आयोग को पत्र भी लिख दिया है. आपको बता दें कि बागी नेता एकनाथ शिंदे शिवसेना और बाला साहेब ठाकरे का नाम मिलाकर एक पार्टी का गठन करने पर विचार कर रहे थे.


शिवसेना के सभी अधिकार उद्धव के पास


इसके अलावा इस बैठक ये भी फैसला लिया गया है कि शिवसेना (Shivsena) में सभी तरह के फैसले लेने का निर्णय पार्टी चीफ उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को ही होगा. इसके साथ ही पार्टी से गद्दारी करने वालों को क्या सजा देनी है इसका फैसला भी उद्धव ठाकरे ही करेंगे. इसका अधिकार सिर्फ पार्टी मुखिया के पास ही होगा. इन प्रस्तावों को बैठक में सर्वसम्मति से पास किया गया है.


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