Shaila khan Latest VIDEO: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ मक्का में सात अप्रैल, 2024 को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिले थे. इस मुलाकात के बाद संयुक्त बयान में कहा गया कि सऊदी अरब और पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे सहित बाकी पेंडिग मुद्दों को सुलझाने के लिए नई दिल्ली (भारत) व इस्लामाबाद (पाकिस्तान) के बीच बातचीत के महत्व को रेखांकित किया है. शहबाज शरीफ-मोहम्मद बिन सलमान की भेंट को लेकर कहा गया कि पाकिस्तान कर्ज मांगने के मकसद से सऊदी अरब के पास पहुंचा था. 


पाकिस्तान की यूट्यूबर शाइला खान ने इस मुद्दे पर जब पाकिस्तानियों से राय जाननी चाही तो उन्हें एक व्यक्ति ने बताया- इंडिया इस समय तरक्की कर रहा है. ऐसे में वह भीख नहीं मांगता है पर हमारे यहां (पाक में) जो भी पीएम बनता है, वह उठकर या तो अमेरिका चला जाता है या फिर कभी सऊदी अरब का रुख कर लेता है. ये कर्जा लेते हैं और खा जाते हैं लेकिन पाकिस्तान के लिए कुछ नहीं करते हैं. ऐसे में इनके लिए भी ऐसा ही होना है. इन्होंने दोस्ती की डिमांड रखी मगर अब वह दोस्ती नहीं करना चाहता है. 



शाइला खान के सवाल पर एक अन्य शख्स ने कहा, "सऊदी अरब क्या है, पूरी दुनिया इन्हें कर्जा नहीं देगी. यह लोगों की नजर में चोर हैं. पाकिस्तान के सारे पढ़े-लिखे लोग यूरोप चले गए मगर यहां कबूतरपुरा और धर्मपुरा वाले लोग रह गए हैं. ऐसे में इन्हें कौन कर्जा देगा. यह तीन साल भी सऊदी अरब में गुजार दें मगर इन्हें कर्ज नहीं मिलने वाला है. शहबाज शरीफ तो खुद कश्मीरी है और उसने कश्मीर तो बेच रखा है."


महिला यूट्यूबर से आगे एक बुजुर्ग ने दावा किया कि पाकिस्तान को दूसरों से कर्जा लेने की आदत पड़ चुकी है. ऐसे में सरकार कैसे चलेगी? इंडिया में इतनी महंगाई नहीं है, जितनी पाकिस्तान में है. वैसे, हिंदुस्तान का हमेशा से यह रुख रहा है कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय मुद्दा है और इसमें किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता या हस्तक्षेप का कोई सवाल ही नहीं है. 


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