SBI Electoral Bonds Data: सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद चुनाव आयोग ने गुरुवार (14 मार्च) को इलेक्टोरल बॉन्ड का पांच साल का डेटा अपनी वेबसाइट पर जारी कर दिया. भारतीय स्टेट बैंक की ओर से दी गई डिटेल पर चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड डोनर्स की लिस्ट जारी की है. चुनाव आयोग की ओर से दी गई डिटेल के अनुसार सबसे ज्यादा चंदा भारतीय जनता पार्टी (BJP) को मिला है. 5 साल में बीजेपी ने 60 अरब से भी ज्यादा रकम के इलेक्टोरल बॉन्ड इनकैश किए हैं. पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी ने 17 करोड़ इनकैश किया था.


चुनाव आयोग की ओर से दी गई डिटेल में यह नहीं बताया गया है कि किस डोनर ने किस पार्टी को चंदा दिया है. फिलहाल सिर्फ यही जानकारी दी गई है कि किस डोनर ने कितना चंदा दिया और किस पार्टी को कितना चंदा मिला, लेकिन किसने किसको दिया इसका ब्योरा नहीं दिया गया है. पांच सालों में सभी राजनीतिक दलों को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए 12,769 करोड़ का चंदा दिया गया है. इसमें से 60,60.52 करोड़ चंदा बीजेपी को मिला है.


2019 से पहले बीजेपी ने इनकैश किए 1700 करोड़
चुनाव आयोग की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि इनकैश की गई 60,60.52 करोड़ की रकम में से एक तिहाई हिस्सा 2019 के लोकसभा चुनाव और 2023 के विधानसभा चुनाव में इनकैश किया गया है. 2023 में मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव हुए थे. पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 1700 करोड़ के इलेक्टोरल बॉन्ड इनकैश किए. इनमें से अप्रैल, 2019 में 1056.86 करोड़ और मई, 2019 में 714.71 करोड़ के चुनावी बॉन्ड इनकैश किए गए. 2023 के विधानसभा चुनावों में पार्टी ने 702 करोड़ के बॉन्ड इनकैश किए. 


2024 चुनाव से पहले बीजेपी ने कितने इलेक्टोरल बॉन्ड किए इनकैश
चुनाव आयोग ने बताया कि 2019 से अबतक पार्टी ने कुल 8,633 इलेक्टोरल बॉन्ड इनकैश किए हैं. इसमें से 202 करोड़ रुपये इसी साल जनवरी में इनकैश किए गए. इसके अलावा, फरवरी, 2020 में 3 करोड़, जनवरी, 2021 में 1.50 करोड़ और दिसंबर, 2023 में 1.30 करोड़ रुपये इनकैश किए गए. साल 2022 में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर, गोवा, गुजरात और हिमाचल प्रदेश के  विधानसभा चुनावों के दौरान पार्टी ने 662.20 करोड़ के चुनावी बॉन्ड रिडीम किए.


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