Indian Origin In World Politics: भारत ने दुनिया को नई दिशा दिखाने में अपना अहम योगदान दिया है. आज दुनियाभर के कई देशों की राजनीति भारतवंशियों की धाक है. इंग्लैंड और अमेरिका जैसे ताकतवर देशों में भारतीय मूल के लोगों ने परचम लहरा दिया है. इंग्लैंड में ऋषि सुनक प्रधानमंत्री के तौर पर देश का नेतृत्व कर रहे हैं. दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी भारतवंशी हैं. ऐसे ही कई देश हैं जहां कैबिनेट मंत्री भारतीय मूल के हैं.


आइए आज आपको बताते हैं कि वे कौन-कौन से देश हैं जहां भारतीयों का डंका बज रहा है. 17वें  प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर हम आपको उन चुनिंदा भारतवंशियों के बारे में बताएंगे जिन्होंने राजनीति के क्षेत्र में ऊंचे मुकाम हासिल किए हैं.


17वें प्रवासी भारतीय दिवस
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का शुभारंभ किया. इस मौके पर सूरीनाम के राष्ट्र चंद्रिका प्रसाद संतोखी और गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली कार्यक्रम में विशिष्ट और मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. बता दें कि यह हर दो साल के अंतराल पर 9 जनवरी को मनाया जाता है.


भारतीय मूल के लोगों का बज रहा डंका
जानकारी के मुताबिक, भारतीय विदेशों की सरकार में 200 से अधिक भारतीय मूल के लोग मंत्री पद पर काबिज हैं. ये 200 लोग दुनिया के 15 देशों में सार्वजनिक सेवा के सबसे ऊंचे पदों पर आसीन हैं. आज से 100- 200 साल पहले किसी को यह नहीं पता था कि एक भारतीय मूल का व्यक्ति इंग्लैंड की कमान अपनी हाथों में ले सकता है. एक अश्वेत व्यक्ति का प्रधानमंत्री या उपराष्ट्रपति बनना भारत जैसे देश के लिए गर्व की बात है. 


उच्च पदों पर काबिज हैं भारतीय मूल के लोग
भारतीय विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, दुनियाभर में फैले 3 करोड़ 20 लाख से ज्यादा भारतीय मूल के लोगों में सबसे बड़ी संख्या भारतीय प्रवासियों की है. इस समय अमेरिका से लेकर ब्रिटेन, कनाडा, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया समेत कई अफ्रीकी और ऐशियाई देशों में भारतीय मूल के नेता उच्च पदों पर काबिज हैं. आइए जानते हैं  उन देशों के बारे में जिनकी कमान एक भारतवंशी के हाथों में है-


ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक 
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक एक भारतवंशी हैं. सुनक के माता-पिता भारतीय मूल के थे. उनके पिता यशवीर का जन्म और पालन पोषण केन्या में हुआ था. उनकी माता उषा का जन्म तंजानिया में हुआ था. पीएम ऋषि सुनक के दादा-दादी का जन्म पंजाब प्रांत में हुआ था. वे बाद में 1960 के दशक में अपने परिवार और बच्चों के साथ ब्रिटेन आकर बस गए थे. 12 मई 1980 को ब्रिटेन के साउथम्पैटन में ऋषि का जन्म हुआ था. सुनक तीन भाई बहनों में सबसे बड़े हैं. 


पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा
यूरोप में भारतीय मूल के नेताओं में एंटोनियो कोस्टा का नाम प्रमुखता से लिया जाता है. वह पुर्तगाल के प्रधानमंत्री हैं. जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री एंटोनिया कोस्टा के दादा लुई अफोन्सो मारियो डी कोस्टा गोवा के निवासी थे. वैसे तो एंटोनियो का जन्म मोजांबीक में हुआ, परंतु उनके अधिकांश रिश्तेदार आज भी गोवा में ही रहते हैं. 


मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ
मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ भारतीय मूल के जाना माना चेहरा हैं. इनकी जड़ें  बिहार से जुड़ी हुई हैं. प्रविंद जगन्नाथ के पिता अनिरुद्ध जगन्नाथ भी मॉरिशस की राजनीति के कद्दावर नेताओं में गिने जाते थे. वह मॉरिशस के राष्ट्रपति और पीएम पद पर रहे थे. वहीं, देश के मौजूदा प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ कुछ समय पहले वाराणसी आए थे. वह समय-समय पर भारत की यात्रा करते रहते हैं. 


सिंगापुर की राष्ट्रपति हलीमा याकूब के पूर्वजों की जड़े भी भारत से जुड़ी हैं. उनके पिता भारतीय मूल के थे. उनकी मां मलय मूल की थीं. हलीमा याकूब ने इशसे पहले संसद की पहली महिला अध्यक्ष बनकर इतिहास रचा था. 


सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी
चंद्रिका प्रसाद संतोखी लैटिन अमेरिकी देश सूरीनाम के राष्ट्रपति हैं. संतोखी के तार भारत से जुड़े हुए हैं. भारतीय-सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी को चान संतोखी कहा जाता है. 


गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली
गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली की जड़े भी भारत से जुड़ी हुई हैं. कैरिबियाई देश गुयाना के राष्ट्रपति का जन्म साल 1980 में एक भारतीय मूल के परिवार में हुआ था.


सेशेल के राष्ट्रपति वावेल रामकलावन
वावेल रामकलावन भारतीय मूल के एक ऐसा कद्दावर नेता हैं जो सेशेल के राष्ट्रपति हैं. इनके पूर्वज भारत के बिहार राज्य से जुड़े हुए हैं. खबर के मुताबिक रामकलावन के पिता एक लोहार थे और उनकी मां एक शिक्षक थीं. सेशेल के राष्ट्रपति की जड़े बिहार के गोपालगंज से जुड़ी हुई है. पीएम मोदी ने साल 2021 में उन्हें भारत के बेटा बताया था.


अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस
भारतीय मूल के टॉप नेताओं में अमेरिका के उप राष्ट्रपति कमला हैरिस भी हैं. जानकारी के मुताबिक साल 2021 में हैरिस को 85 मिनट के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शक्तियां दी गई थीं. वह पहली भारतीय मूल की अमेरिकी नेता हैं जिन्होंने सबसे शक्तिशाली देश की उपराष्ट्रपति बनकर इतिहास रच दिया. कमला हैरिस की मां भारत में जन्मी थीं. वहीं उनके पिता जमैका में पैदा हुए पिता की पुत्री हैं.


कुल मिलाकर देखा जाए तो सिर्फ राजनीति में ही नहीं व्यापार, विज्ञान, मेडिकल व अन्य क्षेत्रों में भारतीयों का ही डंका बज रहा है. आज बड़े-बड़े टेक कंपनियों के सीईओ भारतीय मूल के हैं. आज 17वें प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर  हम सबके भारतवंशी राजनेताओं, सीईओ और अन्य क्षेत्रों में शीर्ष पर काबिज लोगों पर गर्व करना चाहिए.


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