Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में राम मंदिर में भगवान रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने पर पूरे देश में दिवाली जैसा माहौल देखा गया. लोगों ने अपने घरों में दीये जलाकर यह उत्सव मनाया. दीपोत्सव के साथ-साथ लोगों ने खुशी में आतिशबाजी भी चलाई. वहीं, दुनिया के कई देशों में भी हिंदू समुदाय की ओर से इस अवसर का उत्सव मनाया गया.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और बीजेपी के कई अन्य नेताओं ने भी सोमवार को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद अपने आवास पर दीये जलाकर उत्सव मनाया.


ज्यादातर विपक्षी नेताओं ने इस प्राण प्रतिष्ठा के समारोह से दूरी बनाई और उनकी मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आईं. कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के कई दलों के नेताओं को इस समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था लेकिन उन्होंने जाने से इनकार कर दिया था.


सोमवार (22 जनवरी) को अयोध्या के राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा अभिजीत मुहूर्त में हुई. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत आदि लोग शामिल हुए.



पीएम मोदी ने की 'प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना' की घोषणा


रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित भी किया. अयोध्या से दिल्ली लौटने के तुरंत बाद पीएम मोदी ने सौर ऊर्जा को लेकर प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना की घोषणा की. पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर एक पोस्ट में कहा, ''...अयोध्या से लौटने के बाद मैंने पहला निर्णय लिया है कि हमारी सरकार 1 करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगाने के लक्ष्य के साथ “प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना” प्रारंभ करेगी. इससे गरीब और मध्यम वर्ग का बिजली बिल तो कम होगा ही, साथ ही भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भी बनेगा.'' इसके बाद पीएम मोदी ने शाम को दीये प्रज्जवलित किए.


ये अवसर सिर्फ विजय का नहीं, विनय का भी है- पीएम मोदी


रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम मंंदिर से देशवासियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ''हमारे लिए ये अवसर सिर्फ विजय का नहीं, विनय का भी है. दुनिया का इतिहास साक्षी है कि कई राष्ट्र अपने ही इतिहास में उलझ जाते हैं, ऐसे देशों ने जब भी अपने इतिहास की उलझी हुई गाठों को खोलने का प्रयास किया, उन्हें सफलता पाने में बहुत कठिनाई आई, बल्कि कई बार तो पहले से ज्यादा मुश्किल परिस्थितियां बन गईं, लेकिन हमारे देश ने इतिहास की इस गांठ को जिस गंभीरता और भावुकता के साथ खोला है, वो यह बताती है कि हमारा भविष्य हमारे अतीत से बहुत सुंदर होने जा रहा है.''



मुंबई में दीया जलाते लोग


'राम आग नहीं हैं, राम ऊर्जा हैं'


पीएम मोदी ने कहा, ''वो भी एक समय था जब कुछ लोग कहते थे कि राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी, ऐसे लोग भारत के सामाजिक भाव की पवित्रता को नहीं जान पाए. रामलला के इस मंदिर का निर्माण भारतीय समाज के शांति, धैर्य, आपसी सद्भाव और समन्वय का भी प्रतीक है. हम देख रहे हैं कि निर्माण किसी आग को नहीं, बल्कि ऊर्जा को जन्म दे रहा है. राम मंदिर समाज के हर वर्ग को एक उज्जवल भविष्य के पथ पर बढ़ने की प्रेरण लेकर आया है. मैं आज उन लोगों से आह्वान करूंगा, आइये, आप महसूस कीजिए, अपनी सोच पर पुनर्विचार कीजिए, राम आग नहीं हैं, राम ऊर्जा हैं, राम विवाद नहीं, राम समाधान हैं, राम सिर्फ हमारे नहीं हैं, राम तो सबके हैं, राम सिर्फ वर्तमान ही नहीं, राम अनंतकाल हैं.''



राम मंदिर, अयोध्या


'राम भारत की आस्था हैं'


पीएम मोदी ने कहा, ''ये मंदिर मात्र एक देव मंदिर नहीं है, ये भारत की दृष्टि का, भारत के दर्शन का, भारत के दिग्दर्शन का मंदिर है. ये राम को रूप में राष्ट्र चेतना का मंदिर है. राम भारत की आस्था हैं, राम भारत का आधार हैं, राम भारत का विचार हैं, राम भारत का विधान हैं, राम भारत की चेतना हैं, राम भारत का भारत का चिंतन हैं, राम भारत की प्रतिष्ठा हैं, राम भारत का प्रताप हैं, राम प्रवाह हैं, राम प्रभाव हैं, राम नेति भी है, राम नीति भी है, राम नित्यतता भी हैं, राम निरंतरता भी हैं, राम विभु हैं, विषद हैं, राम व्यापक हैं, विश्व हैं, विश्वात्मा हैं और इसलिए जब राम की प्रतिष्ठा होती है तो उसका प्रभाव वर्षों या शताब्दियों तक ही नहीं होता, उसका प्रभाव हजारों वर्षों के लिए होता है.''



राम मंदिर रात में कुछ इस तरह जगमगा रहा है


प्राण प्रतिष्ठा के दौरान एमपी, महाराष्ट्र और यूपी में हुआ बच्चों का जन्म


संयोग से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक पल के दौरान मध्य प्रदेश में इंदौर के एक अस्पताल में ऑपरेशन के जरिए तीन बच्चों का जन्म हुआ, महाराष्ट्र के ठाणे शहर में 42 वर्षीय एक महिला की ‘मुहूर्त डिलीवरी’ हुई, जबकि उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में एक मुस्लिम महिला ने बच्चे को जन्म दिया. मुस्लिम महिला ने अपने बच्चे का नाम हिंदू-मुस्लिम एकता को दर्शाने के लिए ‘राम रहीम’ रखा है.


किस राज्य में कैसे मना उत्सव?


सुबह से ही फूलों, दीयों, झंडों और पोस्टरों से सजे मंदिरों में लोगों का तांता लगा रहा. शाम को घरों, दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के बाहर दीये जलाए जाने से दीवाली जैसा माहौल हो गया.


केरल के त्रिशूर जिले में त्रिप्रयार श्री रामास्वामी मंदिर में सुबह से ही अनुष्ठान शुरू हो गए थे. करुवन्नूर या थेवरा नदी के तट पर स्थित यह मंदिर भगवान राम को समर्पित है. यह मंदिर नालम्बलम यात्रा के लिए प्रसिद्ध है. केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने राज्य की राजधानी के वजुथाकौड में स्थित रामादेवी मंदिर में पूजा-अर्चना की. बेंगलुरु में रामंजनेय गुड्डा मंदिर, पट्टाभिराम स्वामी मंदिर, राजाजीनगर में राम मंदिर और मल्लेश्वरम में रामदेवरा देवस्थान और बसवनगुडी स्थित राम मंदिर में विशेष प्रार्थनाएं आयोजित की गईं.



अमृतसर की तस्वीर


जम्मू-कश्मीर के कई मंदिरों में भी प्रार्थनाएं की गईं, जिनमें श्रीनगर में शंकराचार्य मंदिर और शहर के अमीराकदल इलाके में झेलम नदी के तट पर स्थित हनुमान मंदिर शामिल हैं. हजारों लोगों ने जम्मू स्थित रघुनाथ मंदिर में दर्शन किए. केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी इस उत्सव में शामिल हुए. उन्होंने कहा, ‘‘यह हम सभी के लिए एक बड़ा दिन है. हर देशवासी और महिला उत्सव के मूड में है.’’


झारखंड के 51,000 से ज्यादा मंदिर में हुई पूजा


झारखंड के 51,000 से अधिक मंदिरों में विशेष प्रार्थनाओं के आयोजन से राज्य में लोग धार्मिक उत्साह के रंग में सराबोर थे. केंद्रीय जनजातीय मामलों और कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने जमशेदपुर के गोलमुरी में केबल टाउन स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के परिसर में 18,500 वर्ग फुट में विस्तृत भगवान राम को समर्पित एक विशाल रंगोली का उद्घाटन किया.


बिहार में कुछ ऐसा रहा महौल


बिहार में महिला भक्तों ने सुबह से ही पटना के बेली रोड पर प्रियदर्शी नगर के हनुमान मंदिर में ‘कीर्तन’ शुरू कर दिया, जबकि श्री कृष्ण प्रणामी मंदिर से एक शोभायात्रा निकाली गई जिसमें लोग सिर पर 'कलश' और रामायण लेकर चल रहे थे. पटना के डाक बंगला चौक के पास श्री रामनवमी शोभायात्रा अभिनंदन समिति की ओर से अयोध्या मंदिर की प्रतिकृति प्रदर्शित की गई.



राम मंदिर, अयोध्या


कोलकाता में निकाली गई शोभायात्रा


पश्चिम बंगाल में कोलकाता में गणेश टॉकीज के पास स्थित बैकुंठ नाथ मंदिर से एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई जिसमें शामिल झांकी में भगवान राम को देवी दुर्गा की पूजा करते हुए चित्रित किया गया. इस यात्रा का समापन चितरंजन एवेन्यू में स्थित 80 साल से अधिक पुराने राम मंदिर पर हुआ. अरुणाचल प्रदेश भी धार्मिक उत्साह में सराबोर दिखा. राजधानी ईटानगर में बाजार स्वेच्छा से बंद रहे और बड़ी संख्या में निजी स्कूलों ने भी छुट्टी की घोषणा की.


मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पहुंचे थे ओरछा


विभिन्न स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाई गईं और अयोध्या में समारोह का सीधा प्रसारण किया गया. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने निवाड़ी जिले के ओरछा, जिसे छोटी अयोध्या भी कहा जाता है, में मंदिर में पूजा-अर्चना की. भक्तों का मानना ​​है कि भगवान राम दिन में ओरछा में रहते हैं और रात में पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में अयोध्या चले जाते हैं.


राजस्थान भी हुआ राममय, बीएसएफ जवानों ने किया रामायण पाठ


पूरे राजस्थान में कई स्थानों पर मंदिरों में भजन, कीर्तन और रामायण पाठ के साथ धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. जयपुर सहित विभिन्न स्थानों पर शोभा यात्रा निकाली गई. राज्य के जैसलमेर जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित तनोट माता मंदिर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने रामायण का पाठ किया. हिमाचल प्रदेश के शिमला में भगवान राम को समर्पित एक मंदिर में ‘अखंड रामायण' पाठ का आयोजन किया गया.



कानपुर में आतिशबाजी


आंध्र प्रदेश में उल्लास के साथ मनाया गया उत्सव


पूरे आंध्र प्रदेश में लोगों ने सोमवार को धार्मिक उत्साह के साथ प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में जश्न मनाया. इस दौरान लोगों ने अपने घरों पर भगवा ध्वज फहराया, रैलियां निकालीं और सामूहिक भोज तथा अन्य गतिविधियों का आयोजन किया. गुंटूर जिले के पेनुमाका गांव में कई ग्रामीणों ने समूहिक भोज में भाग लिया. उत्तर प्रदेश में राम मंदिर निर्माण के सम्मान में तिरुमाला के धर्मगिरि वेद विज्ञान पीठम में 'वाल्मीकि रामायण' के पाठ का आयोजन किया गया.


राजमहेंद्रवरम शहर में रामालय जंक्शन के माध्यम से एक शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें भगवान राम, सीता, हनुमान और अन्य की मूर्तियों के साथ एक पालकी शामिल थी. वाईएसआरसीपी नेता और राजमहेंद्रवरम के लोकसभा सदस्य एम भरत राम ने भी उत्सव में भाग लिया.



कोलकाता में खुशी में आतिशबाजी चलाता एक शख्स


तेलंगाना में राज्यपाल ने भी की पूजा


तेलंगाना में भी उत्सव का माहौल था. राज्य की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने राजभवन में भगवान राम की पूजा की और श्रीराम नाम संकीर्तनम में भाग लिया. उन्होंने भगवान राम से देश की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की. सौंदराराजन ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री और बीजेपी नेता जी किशन रेड्डी के साथ निजाम कॉलेज मैदान में आयोजित समारोह में हिस्सा लिया, जहां प्राण प्रतिष्ठा समारोह का प्रसारण बड़ी स्क्रीन पर प्रदर्शित किया गया.


गुजरात कई जगहों पर निकाली गईं शोभा यात्राएं


गुजरात में भी श्रद्धालु जश्न मनाते दिखे और बड़ी संख्या में लोग पूजा-अर्चना करने के लिए मंदिरों में एकत्र हुए. राज्य भर में जगह-जगह शोभायात्रा निकाली गई. अहमदाबाद, पाटन, नवसारी, मेहसाणा, दाहोद, गांधीनगर, भावनगर, भरूच गिर सोमनाथ, वड़ोदरा और कच्छ जिलों के विभिन्न कस्बों और शहरों में शोभायात्रा निकाली गईं.


कई भक्तों ने भगवान राम के स्वागत के लिए अपने घर और कार्यालय के प्रवेश द्वारों को सुंदर 'रंगोली' और मालाओं से सजाया और 'दीये' जलाए. इस अवसर पर मुख्यमंत्री पटेल ने सभी गुजरातवासियों की ओर से देश को भव्य राम मंदिर का तोहफा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया.



जयपुर में सिख समुदाय के लोगों ने चलाई आतिशबाजी


दिल्ली में जेएनयू और डीयू में हुआ हवन, भंडारा और सुंदरकांड का आयोजन


प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) और दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्रों के समूहों ने सोमवार को 'हवन', 'भंडारे' और सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाते हुए सैकड़ों छात्रों ने 'शोभायात्रा' में भाग लिया. विश्वविद्यालय के छात्रावासों में भी हवन और भंडारे का आयोजन किया गया.


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह ने कहा कि दिल्ली में छात्रों ने बड़ी संख्या में उत्सव में भाग लिया. उन्होंने कहा, ‘‘हमने विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन से हंसराज कॉलेज तक 2.5 लाख दीये भी जलाए.’’


हिमाचल प्रदेश में भी दिखा दिवाली जैसा माहौल


हिमाचल प्रदेश में दिवाली जैसा माहौल दिखा और जगह-जगह धार्मिक आयोजन किए गए. केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने हमीरपुर के अवध देवी मंदिर में पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया. 


मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हनुमान मंदिर में की पूजा


हिमाचल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने राज्य की राजधानी में भगवान राम मंदिर में पूजा-अर्चना में भाग लिया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला के जाखू में भगवान हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर भगवान राम के समर्पित अनुयायी भगवान हनुमान की पूजा की.



पटना में जलाए गए दीये


कमलनाथ बोले- बीजेपी ने समारोह को राजनीतिक रंग दे दिया


कांग्रेस नेता कमलनाथ ने सोमवार को कहा कि बीजेपी ने अयोध्या में नए राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को राजनीतिक रंग दे दिया है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट पर हालांकि एक पोस्ट में सोमवार को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर लोगों को बधाई दी. कमलनाथ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का निर्माण किया गया है. उन्होंने कहा कि चूंकि केंद्र और उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकारें हैं, ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करना उनकी जिम्मेदारी थी.


उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह भाजपा ने इस कार्यक्रम को राजनीतिक रंग दे दिया है और राजनीतिक मंच पर धर्म को लाने की कोशिश की, वह दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुखद है. भगवान राम हमेशा से हम सभी के आस्था के केंद्र रहे हैं और हमेशा रहेंगे. इस पर राजनीति धार्मिक स्वतंत्रता एवं परंपराओं के साथ खेलने जैसा है.’’



राम मंदिर, अयोध्या


दुनिया के कई देशों में मनाया गया उत्सव


अमेरिका में न्यूयॉर्क के टाइम्स स्कवायर पर बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के सदस्य एकत्र हुए. उन्होंने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण देखा. लोगों को पारंपरिक पोशाक पहने, नृत्य करते, भजन और अन्य गीत गाते देखा गया. वाशिंगटन में वर्जीनिया के फेयरफैक्स काउंटी में स्थित एसवी लोटस टेम्पल में सिख, मुस्लिम और पाकिस्तानी-अमेरिकी समुदाय के सदस्य भी इस समारोह में शामिल हुए.


अमेरिकी शेयर बाजार ‘नैस्डैक’ की स्क्रीन पर भी राम मंदिर की तस्वीरें प्रदर्शित की गईं. लॉस एंजेलिस में इस अवसर का जश्न मनाने के लिए 1,000 लोगों ने एक कार रैली में भाग लिया. रैली में करीब 250 कारें शामिल हुईं.


अमेरिका और कनाडा में की गई राम मंदिर यात्रा की घोषणा


अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह संपन्न होने के तुरंत बाद ‘विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ऑफ अमेरिका‘ और ‘विश्व हिंदू परिषद ऑफ कनाडा’ ने दोनों देशों में एक हजार से अधिक मंदिरों के दर्शन के लिए 'राम मंदिर यात्रा' की घोषणा की.



दिल्ली की एक तस्वीर


त्रिनिदाद और टोबैगो में हुआ कार्यक्रम


अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर त्रिनिदाद और टोबैगो में हजारों की संख्या में लोग एक कार्यक्रम में शामिल हुए जिनमें बड़ी संख्या भारतीय समुदाय के सदस्यों की थी. रविवार को आयोजित इस समारोह में 5,000 से ज्यादा लोग शामिल हुए. इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में लोकप्रिय भजन एवं गीत भी गाए गए. इस कार्यक्रम में 550 दीये भी जलाए गए.


मॉरीशस में दी गई थी दो घंटे की विशेष छुट्टी


मॉरीशस सरकार ने इस ऐतिहासिक अवसर पर देशभर में होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए हिंदू धर्म मानने वाले कर्मचारियों को दो घंटे की विशेष छुट्टी दी. मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'आइए श्री राम के अयोध्या लौटने पर खुशी मनाएं. उनका आशीर्वाद और शिक्षाएं, शांति और समृद्धि की दिशा में हमारा मार्ग प्रशस्त करती रहें. जय हिंद! जय मॉरीशस!'



राम मंदिर, अयोध्या


मेक्सिको के क्वेरेटारो में हुई भगवान राम के पहले मंदिर की स्थापना


अयोध्या में 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह की पूर्व संध्या पर मेक्सिको के क्वेरेटारो शहर में भगवान राम के पहले मंदिर की स्थापना हुई. इस कार्यक्रम में भारतीय मूल के 250 से ज्यादा प्रवासी भारतीय शामिल हुए. इसके अलावा फिजी के सुवा में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद और फिजी की श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा ने 18 से 22 जनवरी तक रामलला उत्सव का आयोजन किया था.


(भाषा इनपुट के साथ)


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