Rajnath Singh On PM Modi Dream: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज (9 जनवरी) राजदूतों के एक सम्मेलन में कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ की दिशा में भारत के राष्ट्रीय प्रयास न तो अलगाववादी हैं और न ही वे केवल देश के लिए केंद्रित हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत विश्व व्यवस्था की हिरार्चीकैल कॉन्सेप्ट (Hierarchical Concept) में विश्वास नहीं करता जिसमें कुछ देशों को दूसरों से श्रेष्ठ माना जाता है. 


रक्षा मंत्री ने एशिया की सबसे बड़ी विमान ‘एयरो इंडिया’ के बारे में राजदूतों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंध मानवीय समानता और गरिमा के मूल तत्व द्वारा निर्देशित हैं. कर्नाटक के बेंगलुरु में 13-17 फरवरी तक एयरो इंडिया-2023 के 14वें संस्करण का आयोजन होगा. हम ग्राहक राष्ट्र बनाने या बनने में विश्वास नहीं करते हैं और इसलिए जब हम किसी राष्ट्र के साथ साझेदारी करते हैं तो यह समानता और आपसी सम्मान के आधार पर होता है.


रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की आत्मनिर्भरता की पहल अपने सहयोगी देशों के साथ साझेदारी के नए प्रतिमान की शुरुआत है. मैं इस बात को रेखांकित करना चाहता हूं कि मेक इन इंडिया में मेक फॉर द वर्ल्ड शामिल है.


2020 में "आत्मनिर्भर भारत" की हुई थी शुरुआत 
राजनाथ सिंह ने कहा कि “मेक इन इंडिया’ की दिशा में हमारे राष्ट्रीय प्रयास न तो खुद को अलग-थलग करने वाले हैं और न ही वे अकेले भारत के लिये हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है. यह महत्वाकांक्षा केवल तभी प्राप्त की जा सकती है जब स्वतंत्रता के 100वें साल तक भारत के पास एक संपन्न कंस्ट्रक्शन क्षेत्र के साथ इंडिपेंडेंट मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्स हो. ठीक इसी कारण से पीएम मोदी ने 12 मई 2020 को अपनी "आत्मनिर्भर भारत" पहल की शुरुआत की थी. 


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