देश में जहां कई राज्य कोविड वैक्सीन की कमी से गुजर रहे हैं और लोगों को कई कोशिशों के बाद भी वैक्सीन नहीं मिल पा रही है. ऐसे में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को आरोप लगाया कि राजस्थान ने कोरोना वायरस वैक्सीन की 11.5 लाख डोज बर्बाद कर दी है. हालांकि राज्य सरकार ने आरोप को नकारते हुए कहा कि राजस्थान में वैक्सीन की बर्बादी 2 प्रतिशत से कम है, जो राष्ट्रीय औसत 6 प्रतिशत और अनुमेय सीमा 10 प्रतिशत से कम है. वहीं प्रमुख सचिव चिकित्सा और स्वास्थ्य अखिल अरोड़ा ने वैक्सीन की बर्बादी के बारे में एक मीडिया रिपोर्ट का खंडन किया है, हालांकि उन्होंने संबंधित जिला कलेक्टरों से रिपोर्ट में हाइलाइट किए गए स्थानों पर वैक्सीन से जुड़ी जानकारी देने का निर्देश दिया है.


राजस्थान को केरल से सीखने की जरूरत


वैक्सीन की शीशियों को कचरे के ढेर में फेंकने की खबरों का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राजस्थान को केरल से सीखना चाहिए, क्योंकि उसने वैक्सीनेशन पर अच्छा काम किया है और बहुत कम डोज बर्बाद की हैं.


केंद्रीय मंत्री ने गहलोत सरकार पर कसा तंज


केंद्रीय मंत्री शेखावत ने वैक्सीनेशन अभियान को लेकर अशोक गहलोत की सरकार पर भी हमला किया है. उन्होंने एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 'राज्य सरकार ने पहले अपने स्तर पर 18 साल और उससे ज्यादा आयु वर्ग के लिए वैक्सीनेशन की अनुमति मांगी थी, फिर वैश्विक टेंडर का नाटक किया, जब वो असफल रहे तो केंद्र को दोष देना शुरू कर दिया'.


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