Maharashtra Loudspeaker Row: लाउडस्पीकर विवाद के बीच एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) की औरंगाबाद रैली (Aurangabad Rally) के बाद महाराष्ट्र की उद्धव सरकार (Uddhav Government) एक्टिव हो गई है. राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल (Dilip Walse Patil) महाराष्ट्र के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ आज रात बैठक कर सकते हैं. राज ठाकरे के भाषण के बाद राज्य के संवेदनशील हिस्सों में पुलिस बंदोबस्त कैसा हो, इस बारे में बैठक के दौरान विस्तार से चर्चा की जाएगी. राज ठाकरे ने औरंगाबाद रैली के दौरान कहा था कि अगर लाउडस्पीकर को मस्जिद से हटाने की मांग नहीं मानी गई तो 4 मई को जवाब देंगे.  


एबीपी न्यूज़ के साथ बातचीत के दौरान दिलीप वलसे पाटिल ने बताया कि राज ठाकरे को रैली शर्तों के साथ दी गई थी. लेकिन जिन शर्तों का उल्लंघन हुआ है, इसके बारे में औरंगाबाद पुलिस कमिश्नर जांच कर रहे हैं. वे अपनी रिपोर्ट डीजी को भेज देंगे. उन्होंने आगे कहा कि अगर समाज में बांटने वाला जो बयान दिया है वो ठीक नहीं है, लेकिन उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही किसी तरह की कार्रवाई की जाएगी.


दिलीप वलसे पाटिल ने बताया कि हनुमान चालीस पाठ करने पर कोई रोक नहीं है. लोग अपने-अपने घरों में करे. लेकिन मस्जिद के सामने जाकर किसी समुदाय से टकराव की कोशिश की जाएगी तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.


उन्होंने आगे कहा कि इसके बारे में सुप्रीम कोर्ट का आदेश साफ है कि सुबह छह बजे से रात के 10 बजे तक लाउडस्पीकर इस्तेमाल करने की इजाजत कानून से दी गई है. कानून से इजाजत लेकर कोई इसका इस्तेमाल करता है तो इसे कोई रोक नहीं सकता है. उसके बाद की अनुमति नहीं है. पाटिल ने बताया कि अगर कोई मुस्लिम लोगों के खिलाफ लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करता है तो इसके खिलाफ जरूर कार्रवाई की जाएगी.


दिलीप वलसे पाटिल ने राज ठाकरे की तरफ से शरद पवार पर राजनीतिक हमले को लेकर बताया कि यह एक राजनीतिक योजना है ताकि मौजूदा सरकार के लिए वे तकलीफें खड़ी की जा सके.


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