Congress Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अपनी पूरी ताकत भारत जोड़ो यात्रा में झोंकी हुई है. उन्होंने चुनाव प्रचार से भी खुद को काफी दूर कर रखा है. इस यात्रा से कई ऐसी तस्वीरें सामने आ चुकी हैं, जिन्हें लोगों ने खूब पसंद किया है. यात्रा के बाद उनमें काफी बदलाव भी देखने को मिले. राहुल खुद मानते हैं कि इस यात्रा के दौरान उन्होंने कई बदलाव महसूस किए हैं. पहले से ज्यादा धैर्य और दूसरों को सुनने की क्षमता भी इसी में से एक है. 

राहुल गांधी इस पैदल मार्च के तहत 2,000 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करने के बाद रविवार को मध्य प्रदेश के इंदौर जिले पहुंचे. यह भारत जोड़ो यात्रा एक जनसंपर्क पहल है जिसे गांधी ने सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू किया था. इस दौरान राहुल लोगों की आवाज बनकर देश से जुड़े कई मुद्दे उठा चुके हैं. कांग्रेस का कहना है कि यह यात्रा बेरोजगारी और बढ़ती मंहगाई के खिलाफ है. राहुल गांधी में हुए तीन बड़े बदलाव 

  1. राहुल गांधी ने बताया कि सबसे पहला बदलाव है कि यात्रा के कारण उनका धैर्य काफी बढ़ गया है. अब वह पहले से ज्यादा धैर्य के साथ कोई काम कर सकते हैं. 
  2. अब वह आठ घंटे चलने पर भी नहीं चिढ़ते. चाहे कोई उन्हें धक्का दे या खींचे. उन्हें अब कोई फर्क नहीं पड़ता है, जबकि पहले वह दो घंटे में भी चिढ़ जाते थे. क्योंकि अगर आप यात्रा में चल रहे हैं और दर्द का अनुभव करते हैं, तो आपको इसका सामना करना होगा, आप हार नहीं मान सकते.
  3. उन्होंने कहा कि तीसरा, दूसरों को सुनने की उनकी क्षमता भी पहले के मुकाबले बेहतर हुई है. उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई मेरे पास आता है तो मैं उसे ज्यादा धैर्य से सुनता हूं. मुझे लगता है कि ये सभी चीजें मेरे लिए काफी लाभदायक हैं.’’

शुरुआत में पुरानी चोट ने किया परेशान 

अपना अनुभव शेयर करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जब उन्होंने पैदल मार्च शुरू किया, तो उन्हें एक पुरानी चोट के कारण उनके घुटनों में दर्द महसूस हुआ, जो पहले ठीक हो गई थी. उन्होंने कहा कि इसकी वजह से काफी परेशानी हो रही थी, साथ ही डर था कि ऐसी हालत में वह चल भी पाएंगे या नहीं. हालांकि, धीरे-धीरे उन्होंने इस डर का सामना किया क्योंकि उन्हें चलना था. 

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