Karnataka MIT Teacher Remar Row: कर्नाटक के मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के असिस्टेंट प्रोफेसर की ओर से एक छात्र को कथित तौर पर आतंकी 'कसाब' के नाम से बुलाए जाने पर राजनीतिक जगत से प्रतिक्रिया आना शुरू हो गई है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने छात्र से सहानुभूति दिखाते हुए प्रोफेसर के कथित आपत्तिजनक बर्ताव पर नाराजगी जाहिर की है. कहा है कि नफरत अमीरों-गरीबों से निकलकर निजी विश्वविद्यालय में चली गई है.


इंडिया टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, ओवैसी ने प्रोफेसर से सवाल-जवाब करने के लिए छात्र को सलाम किया. बकौल ओवैसी अल्पसंख्यक समुदाय से संबंध रखने वालों से नफरत की जा रही है. छात्र ने जिस तरह से अपनी बात कही, वही तरीका हमें अपनाना होगा, आंख में आंख डालकर सवाल करना होगा, पत्थर मारने से कुछ नहीं होगा. 


'जो लोग आज आतंकवादी कह रहे, कल बॉस बुलाएंगे'


AIMIM प्रमुख ने कहा कि अपना भाग्य खुद लिखोगे तो दुनिया खुद-ब-खुद सलाम ठोकेगी, जो लोग आज आतंकवादी कहकर बुला रहे हैं, कल बॉस बुलाएंगे और आदेश मांगेंगे. ओवैसी ने एक शेर सुनाते हुए कहा, ''ये खामोश मिजाजी तुम्हें जीने नहीं देगी, इस दौर में जीना है तो कोहराम मचा दो." ओवैसी ने छात्र की हाजिर जवाबी पर खुशी जताई और कहा कि उसे आतंकी कहकर बुलाना भारत के संविधान का अपमान करना है. हैदराबाद सांसद ने कक्षा में बैठे बाकी छात्रों की खामोशी पर भी सवाल उठाया.


क्या है पूरा मामला?


सोशल मीडिया पर एमआईटी का एक वाडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक छात्र अपने प्रोफेसर से नाराजगी जाहिर करता हुआ दिख रहा है. 45 सेकेंड के वीडियो में प्रोफेसर के कथित विवादित बर्ताव को लेकर छात्र कई सवाल दागते हुए दिख रहा है, जिसमें एक सवाल में वह कहता है कि क्या आप अपने बेटे को आतंकवादी कहकर बुलाएंगे? प्रोफेसर पर आरोप है कि उन्होंने आतंकी कसाब के नाम से छात्र को संबोधित किया था.


वीडियो वायरल होने पर संस्थान ने मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए फौरी तौर पर सहायक प्रोफेसर को कक्षाएं लेने से मना कर दिया है और आंतरिक जांच का आदेश दिया है. मामले में अभी तक किसी प्रकार की लिखित शिकायत न तो कॉलेज में और न ही पुलिस में दर्ज कराई गई है. संस्थान ने कहा है कि जांच पूरी होने का इंतजार करते हैं, इसके बाद संस्थान की निर्धारित नीति के हिसाब से फैसला लिया जाएगा.


आरोपी प्रोफेसर का क्या है रुख?


जिन प्रोफेसर पर आरोप लगा है, उन्होंने मीडिया से ज्यादा कुछ नहीं कहा है, बस इतना कहा है कि छात्र को गलतफहमी हो गई, उससे कहा था कि 'कैसा हो' लेकिन गलत सुन लिया. सोशल मीडिया, खासकर ट्विटर पर वीडियो को लेकर खासी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं, जिनमें कई यूजर्स प्रोफेसर के बर्ताव की निंदा कर रहे हैं.


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