कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संसद में दिए गए भाषण पर गंभीर प्रतिक्रिया दी है. राहुल गांधी ने संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि अमित शाह ने उनके सवालों का न तो सीधा जवाब दिया और न ही कोई सबूत पेश किया. उन्होंने दावा किया कि शाह घबराए हुए लग रहे थे और संसद में उनका व्यवहार साफ दिखा रहा था कि वे मानसिक दबाव में हैं.
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि संसद में अमित शाह का व्यवहार सामान्य नहीं था. उन्होंने गलत भाषा का इस्तेमाल किया, उनके हाथ कांप रहे थे. यह पूरे संसद ने देखा है. राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने सदन में अमित शाह को खुली चुनौती दी थी कि वे आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में उठाए गए मुद्दों पर चर्चा करें, लेकिन उनके अनुसार, शाह ने इस चुनौती का कोई जवाब नहीं दिया.
RSS के खिलाफ हमलावर हुए राहुल गांधी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इससे पहले मंगलवार (9 दिसंबर 2025) को दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के ‘प्रोजेक्ट’ के तहत विभिन्न संस्थाओं और निर्वाचन आयोग पर कब्जा किया गया. उन्होंने लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चर्चा में भाग लेते हुए सवाल किया कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति वाली चयन समिति में प्रधान न्यायाधीश को शामिल क्यों नहीं किया गया? उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार ने दिसंबर 2023 में कानून बदल दिया ताकि किसी चुनाव आयुक्त को उसके फैसलों के लिए दंडित नहीं किया जा सके.
RSS समेत BJP पर साधा निशाना
राहुल गांधी ने दावा किया कि इतिहास में किसी प्रधानमंत्री ने ऐसा नहीं किया. राहुल गांधी ने कहा कि अगर वोट का ही मतलब नहीं रह जाएगा तो लोकसभा, विधानसभा या पंचायत, किसी का कोई अस्तित्व नहीं रह जाएगा. कांग्रेस नेता ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा कि महात्मा गांधी की हत्या के बाद इनके प्रोजेक्ट का अगला हिस्सा भारत के संस्थागत ढांचे पर कब्जा करने का था.
ये भी पढ़ें: DGCA Action: DGCA का बड़ा आदेश, सभी एयरपोर्ट पर एक घंटे का ऑन-स्पॉट चेक, गलती मिली तो तुरंत होगा एक्शन