Rahul Gandhi Speech: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) पर निशाना साधते हुए कहा कि देश को ‘शहंशाह’ की तरह चलाने की कोशिश हो रही है. इस सरकार की नीतियों के चलते आज देश आंतरिक और बाहरी मोर्चों पर ‘बड़े खतरे’ का सामना कर रहा है.


संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हो रही चर्चा में भाग लेते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने यह दावा भी किया कि केंद्र सरकार की नीति के कारण ही आज चीन एवं पाकिस्तान एक साथ आ गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार में दो हिंदुस्तान बन गए हैं जिनमें से एक अमीरों और दूसरा गरीबों के लिए है.


इसी दौरान राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और बीजेपी के सांसद कमलेश पासवान (Kamlesh Paswan) के बीच हल्की बहस हो गई. दरअसल, राहुल गांधी ने कहा, ''आप (सरकार) किसी को सुनने के लिए तैयार नहीं हैं. यहां तक कि बीजेपी के लोगों को. मैंने दलित साथी कमलेश पासवान (Kamlesh Paswan) जी का भाषण सुना. ये जानते हैं दलितों का इतिहास, ये जानते हैं कि 3 हजार साल साल से दलितों को किसने दबाया है. मैं उनपर गर्व करता हूं. उन्होंने दिल की बात कही. लेकिन वह गलत पार्टी में हैं.''


इस दौरान सत्तारूढ़ दलों के सांसदों ने जमकर हंगामा किया. फिर कमलेश पासवान (Kamlesh Paswan) बोलने के लिए खड़े हुए. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का भाषण खत्म होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें बोलने का मौका दिया. पासवान ने कहा कि बीजेपी ने उन्हें तीन बार सांसद बनाया है और उन्हें अपने साथ लेने की ‘‘कांग्रेस और राहुल गांधी की हैसियत नहीं है’’.


राहुल गांधी ने क्या कुछ कहा?
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा, ‘‘इस देश के दो नजरिये हैं. एक नजरिया यह है कि देश राज्यों का संघ है जिसका मतलब है कि संवाद होगा...आप भारत में शासन करने वाले किसी साम्राज्य को देख लीजिए. आप अशोक महान को देख लें, मौर्य वंश को देख लें, आप यह पाएंगे कि आपसी संवाद के जरिये शासन किया गया.’’


राहुल (Rahul Gandhi) ने कहा कि दूसरा नजरिया देश को ‘शहंशाह’ की तरह चलाने का है. कांग्रेस नेता के अनुसार, केंद्र की बीजेपी सरकार विभिन्न राज्यों की आवाज दबा रही है, लेकिन उसे इसका आभास नहीं है कि देश के ‘संस्थागत ढांचे’ पर हमले की प्रतिक्रिया हो सकती है.



उन्होंने कहा, ‘‘मेरे परनाना (जवाहरलाल नेहरू) इस राष्ट्र को बनाने के लिए ही 15 साल तक जेल में रहे, मेरी दादी (इंदिरा गांधी) को 32 गोलियां मारी गईं और मेरे पिता (राजीव गांधी) को विस्फोट से उड़ा दिया गया. इन्होंने इस राष्ट्र को बनाने के लिए अपनी कुर्बानी दी. इसलिए मैं थोड़ा बहुत जानता हूं कि राष्ट्र क्या है.’’


राहुल गांधी ने ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति का संबोधन रणनीतिक दृष्टि के बजाय नौकरशाही के विचारों की एक सूची थी, यह मुझे ऐसा लग रहा था जैसे इसे नेतृत्व की दृष्टि से नहीं बल्कि नौकरशाहों के एक समूह द्वारा बनाया गया था.’’


कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘अभिभाषण में कई रणनीतिक मुद्दों को नहीं छुआ गया है. कई प्रमुख चुनौतियों का उल्लेख नहीं हुआ. तीन बुनियादी विषयों पर इसमें बात नहीं हुई. सबसे महत्वपूर्ण है कि अब दो भारत हैं. एक अमीरों का हिंदुस्तान है, दूसरा हिंदुस्तान गरीबों के लिए है. इनमें खाई बढ़ती जा रही है.’’


राहुल (Rahul Gandhi) ने यह भी कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को सुझाव देता हूं कि दो हिन्दुस्तान को साथ लाने की दिशा में काम करें जिन्हें उनकी सरकार ने सृजित किया है.’’


कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि एक किंग हैं, शहंशाह हैं, शासकों के शासक हैं....किसान एक साल तक बैठे रहे, लेकिन किंग उनकी बातों से सहमत नहीं हुए.’’


उन्होंने यह भी कहा, ‘‘अभिभाषण में बेरोजगारी के बारे में एक शब्द नहीं है. आज देश का युवा रोजगार ढूंढ़ रहा है. यह सरकार रोजगार नहीं दे पा रही है.’’


राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने आरोप लगाया, ‘‘पिछले साल तीन करोड़ युवाओं को रोजगार गंवाने पड़े. बीते 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी देश में आज है...इस सरकार ने असंगठित क्षेत्र और छोटे कारोबारों पर आक्रमण किया. नोटबंदी और गलत तरीके से जीएसटी लागू करके आक्रमण किया गया.’’


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उन्होंने दावा किया कि असंगठित क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ लागू हो ही नहीं सकता है, इस क्षेत्र को बर्बाद कर दिया गया है. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘संप्रग सरकार ने 10 साल में 27 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला था, लेकिन इस सरकार ने 23 करोड़ लोगों को गरीबी में पहुंचा दिया.’’


राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने दो उद्योगपतियों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘कोरोना के समय कई वैरिएंट आते हैं, लेकिन ‘डबल ए’ वैरिएंट है जो देश की अर्थव्यवस्था में बढ़ रहा है.’’


उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बड़े उद्योगों से कोई दिक्कत नहीं है, उन पर ध्यान दीजिए, लेकिन इसका अहसास करिये कि ये बड़े उद्योग रोजगार पैदा नहीं कर सकते. छोटे और मझोले उद्योग ही युवाओं के लिए नौकरियां पैदा कर सकते हैं.’’


सदन में अपनी बात रखते हुए राहुल गांधी ने अपने पहले के वक्ता और भाजपा सांसद कमलेश पासवान की तारीफ करते हुए कहा कि वह गलत पार्टी में हैं. बाद में पासवान ने कहा कि भाजपा ने उन्हें तीन बार सांसद बनाया है और उन्हें अपने साथ लेने की ‘‘कांग्रेस और राहुल गांधी की हैसियत नहीं है’’.


राहुल गांधी ने यह दावा भी किया कि मणिपुर के कुछ लोगों ने उन्हें जानकारी दी कि गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान उनके जूते उतरवाए गए. उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास इसकी तस्वीर हैं. मैं इसे दिखा सकता हूं.’’ इस पर भाजपा सांसदों ने विरोध किया. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता ने धार्मिक भावनाओं का अपमान किया है.


(इनपुट एजेंसी से भी)