Big Action in UP PWD Department: यूपी के लोक निर्माण विभाग (PWD) में इंजीनियरों के तबादले (Transfer) में हुई धांधली की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने कार्रवाई का हंटर चलाया है. मंत्री जितिन प्रसाद के करीबी माने जाने वाले विशेष कार्याधिकारी (OSD) अनिल कुमार पांडेय (Anil Kumar Pandey) को हटा दिया गया है. भारत सरकार में अपर सचिव पांडेय को जितिन प्रसाद की ख्वाहिश पर दिल्ली से यहां. प्रतिनियुक्ति पर लाया गया था. पांडेय को वापस भारत सरकार भेजने के साथ ही उनके खिलाफ विजिलेंस जांच और विभागीय कार्रवाई की संस्तुति भी की गई है. उधर ताजा कार्रवाई से स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों की जांच की रिपोर्ट पर भी मुख्यमंत्री के सख्त रुख का अंदाज़ा लगाया जा रहा है.


लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) में बीते दिनों हुए तबादलों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी होने के आरोप लगे थे. आरोपों के मुताबिक जेई, एई, एक्सईएन, एसई, सीई के समस्त तबादले बैक डेट में किए गए हैं. यही नहीं तबादला आदेश दो जुलाई से जारी किया गया, जबकि सभी आदेशों पर 29 व 30 जून की तिथि दर्ज की गई थी. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी ने तबादलों की जांच के लिए कमेटी का गठन करने के साथ ही ट्रांसफर से संबंधित पत्रावलियां अपने पास तलब कर लीं. जांच कमेटी के सूत्रों के मुताबिक तबादलों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियों का पता चला. फिरोजाबाद में तीन साल पूर्व स्वर्गवासी हुए जेई का तबादला आदेश जारी किया गया. 


बड़े पैमाने पर मिले भ्रष्टाचार के संकेत
इटावा से राजकुमार नाम के एक जेई का तबादला झांसी किया गया जबकि राजकुमार नाम का कोई जेई था ही नहीं. इसी तरह दो एक्सईएन को फिरोजाबाद के एक ही खंड में भेज दिया गया. सूत्र यह भी बताते हैं कि विभाग का स्टाफ आफिसर जिनका तबादला हो चुका है, वह तबादले के बाद भी मुख्यालय में बैठकर आदेश जारी कते रहे. इसके अलावा स्थानांतरण नीति जिले में तीन साल और मंडल में सात साल की सेवा के बाद स्थानांतरण का खुला उल्लंघन भी किया गया. वहीं तबादला आदेश जारी करने के बाद 50 से अधिक आदेशों में फिर से बदलाव किया गया. इन सभी तथ्यों की जांच से तबादलों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के संकेत मिले. 


सोमवार को कमेटी ने सीएम योगी को सौंपी रिपोर्ट
जांच कमेटी ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को अपनी रिपोर्ट (Report) सौंप दी, जिसके बाद मंत्री जितिन प्रसाद (Jitin Prasad) के ओएसडी अनिल कुमार पांडेय (OSD Anil Kumar Pandey) को हटा दिया गया है. भारत सरकार के लिए कार्यमुक्त करने के साथ ही उनके खिलाफ विजिलेंस की जांच कराने और विभागीय कार्रवाई की संस्तुति भी की गई है. वहीं सूत्रों की मानें तो अनिल पांडेय उत्तर प्रदेश में पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के बेहद करीबियों में शुमार थे. केंद्र में मंत्री रहने के दौरान भी पांडेय जितिन प्रसाद के साथ ही रहे. पांडेय को जितिन प्रसाद के विशेष अनुरोध पर ही यहां लाया गया था. इसके पहले सचिवालय सेवा के मुक्ति नाथ झा को जितिन प्रसाद के निजी सचिव के रूप में तैनाती दी गई थी, लेकिन पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां के निजी सचिव रहने के दौरान चर्चित रहे झा को यहां से चलता कर दिया गया.


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