केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने वन्यजीवों चीता और तेंदुए (Leopard) के 26 नख रखने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. यह लोग इन्हें बेचने के इरादे से दिल्ली आए थे. सीबीआई का दावा है कि यह लोग वन्यजीवों की अवैध सामग्री बेचने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का हिस्सा हैं. गिरफ्तार लोगों को दिल्ली की विशेष सीबीआई अदालत के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें पूछताछ के लिए सीबीआई हिरासत में भेज दिया गया है.

सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक, उनमें से 2 लोग जयपुर के रहने वाले हैं जबकि तीसरा शख्स दिल्ली का रहने वाला है. पिंटर पटेल, अशोक पारेख और परमजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया है.

सीबीआई ने ऐसे किया गिरफ्तार

सीबीआई की आर्थिक अपराध शाखा द्वितीय को सूचना मिली थी कि कुछ लोग वन्यजीवों से संबंधित कुछ सामान दिल्ली में बेचने आने वाले हैं. सूचना के आधार पर सीबीआई ने दिल्ली के कुछ जगहों पर अपनी चौकसी बढ़ाई और इस मामले में कुल 3 लोगों को गिरफ्तार किया. दिल्ली में तलाशी के दौरान उनके पास चीता और तेंदुए के 19 नख बरामद हुए. पूछताछ के आधार पर जयपुर के कुछ स्थानों पर छापेमारी की गई और वहां से भी चीता और तेंदुए के सात नख बरामद हुए.

आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्जसीबीआई ने इस मामले में तीन आरोपियों समेत अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है. आरोप है कि ये लोग एक अंतरराज्यीय गिरोह के नेटवर्क का हिस्सा है. यह नेटवर्क वन्यजीव सामग्री के अवैध तस्करी में शामिल है. सीबीआई ने इस मामले में वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो के कर्मचारियों का भी सहयोग लिया जिन्होंने इन नखों को पहचानने में उनकी सहायता की.

सीबीआई (CBI) ने गिरफ्तार तीनों आरोपियों को दिल्ली में विशेष अदालत के सामने पेश किया जहां से उन्हें पूछताछ के लिए सीबीआई हिरासत में भेज दिया गया है. अब सीबीआई जानना चाहती है कि इनके इस अंतरराज्यीय गिरोह में और कौन-कौन लोग शामिल हैं. साथ ही जो नख बरामद हुए हैं वह किस जगह पर शिकार करके निकाले गए थे या इनके पास तक यह नख आखिर पहुंचे कैसे? मामले की जांच जारी है.

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