चंडीगढ़: पंजाब में सरकार तो बदल गई है लेकिन ड्रग्स का धंधा वैसे ही चल रहा है. कांग्रेस की अमरिंदर सिंह की सरकार भी इसे उसी तरह से रोकने में नाकाम साबित हुई है जैसी शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी गठबंधन की सरकार हुई थी. बीते विधानसभा चुनाव में अमरिंदर सिंह ने इसे महज़ चार हफ्ते में खत्म करने का वादा किया था लेकिन वो ऐसा करते नज़र नहीं आ रहे हैं.


इस सरकार के दौर में भी पुलिसवालों की मिलीभगत से ड्रग्स का धंधा ज़ोरों-शोरों से चल रहा है, जिसकी वजह से चार हफ्तों में ड्रग्स का धंधा खत्म करने का कांग्रेसी दावा हवाहवाई साबित हो रहा है. ड्रग्स रैकेट की जांच करने वाले एसआईटी प्रमुख ने अदालत में कहा कि रैकेट में घिरे पुलिसवालों को बड़े अफसर ही बचा रहे हैं.


आपको बता दें कि पंजाब उन राज्यों में शामिल है जहां राजनीतिक और प्रशासनिक मिलीभगत से ड्रग्स के धंधे का बोलबाला रहा है और तमाम सरकारें इसपर नकेल कसने में नाकाम रही हैं.