पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल “पैदाइशी झूठी” हैं और उन्हें संवेदनशील मुद्दों पर भी झूठ बोलने की “शर्मनाक” आदत है. शिरोमणि अकाली दल की नेता बादल ने राज्य सरकार पर कोविड-19 का प्रबंधन ठीक से न करने का आरोप लगाया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने यह बयान दिया
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हरसिमरत कौर के बयान पर हैरानी जताते हुए उन्होंने कहा कि यह राज्य में वर्तमान कोविड संकट पर ‘‘राजनीतिक लाभ’’ लेने का ‘‘तुच्छ और संवेदनहीन प्रयास’’ है. सिंह के कहा, “सभी पंजाबी जानते हैं कि वह पैदाइशी झूठी हैं, कोविड की स्थिति पर बयान देकर वह और नीचे गिर गई हैं.” बता दे कि पंजाब में कोरोना के मामले दिन प्रतदिन बढ़ते ही जा रहे हैं. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार की ओर से कड़े नियम लागू किए गए हैं. 


सीएम ने केंद्र सरकार को लिखी थी चिट्ठी 


हाल ही में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य के पास सिर्फ 5 दिन के लिए ही कोरोना वायरस से बचाव के वैक्सीन का स्टॉक बचा है. उन्होंने इस बारे में केंद्र सरकार को चिट्ठी भी लिखी है और मांग की है कि पंजाब में वैक्सीन की सप्लाई सुनिश्चित की जाए. 7 अप्रैल को केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने पंजाब के स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर पंजाब में वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार का जिक्र किया था और कहा था कि पंजाब में वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाई जाए.


पर्यापत मात्रा में वैक्सीन के डोज की जरूरत 


मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य में प्रतिदिन 85,000 से 90,000 लोगों को टीके लग रहे हैं और इस दर से पंजाब का मौजूदा 5.7 लाख टीकों का भंडार पांच दिन में खत्म हो जाएगा. उन्होंने केंद्र से टीकों की नई खेप प्राप्त होने की उम्मीद जताते हुए कहा कि अगर पंजाब एक दिन में दो लाख टीके लगाने के अपने लक्ष्य को हासिल करता है तो उसके पास टीकों की जो खुराक है वह तीन दिन में खत्म हो जाएगी.


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