देश के कई हिस्सों में बिजली संकट पैदा हो गया है और बिजली में कटौती देखी जा रही है. ज्यादातर हिस्सों में पारा चढ़ने के साथ बिजली की मांग बढ़ी है. इसके साथ ही, मंगलवार को बिजली की मांग 201 गीगावॉट के रिकॉर्ड स्तर को पार कर गई. ऊर्जा मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई है.  मंत्रालय ने मंगलवार को जारी बयान में कहा, ‘‘आज 14:51 बजे अखिल भारतीय स्तर पर पूरी की गई अधिकतम बिजली की मांग 201.066 गीगावॉट रही.’’ इसने पिछले साल के 200.539 गीगावॉट के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. यह रिकॉर्ड सात जुलाई, 2021 को दर्ज हुआ था.


मंत्रालय ने कहा कि बढ़ती बिजली की मांग देश की आर्थिक वृद्धि को दर्शाती है. इस साल मार्च में बिजली की मांग करीब 8.9 प्रतिशत बढ़ी है. इसके अलावा, मई-जून के महीनों में मांग लगभग 215-220 गीगावॉट तक पहुंचने की उम्मीद है. मंत्रालय ने कहा कि सरकार और अन्य हितधारक निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं तथा सभी मोर्चों पर प्रयास किए जा रहे हैं और विभिन्न संसाधनों के बेहतर उपयोग के उपाय किए जा रहे हैं.


देश के कई हिस्सों में बिजली संकट!
जम्मू में अनिर्धारित बिजली कटौती और पीने के पानी की कमी से परेशान लोगों ने मंगलवार को शहर के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया और जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (जेसीसीआई) ने चेतावनी दी कि अगर संकट का तुरंत समाधान नहीं किया गया, तो उपभोक्ता बिलों का भुगतान करना बंद कर देंगे.


मुंबई और आसपास के उपनगरों के कई इलाकों में बिजली गुल
देश की वित्तीय राजधानी मुंबई और आसपास के उपनगरों के कई इलाकों में मंगलवार सुबह बिजली गुल रही. कटौती ऐसे समय में की गई है, जब राज्य बिजली की कमी से जूझ रहा है, जिसके कारण बिजली वितरण कम्पनियों (डिस्कॉम) को अनिवार्य रूप से कुछ इलाकों में बिजली की आपूर्ति में कटौती करनी पड़ रही है.


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