देश के जाने-माने वकील और पूर्व सांसद माजिद मेनन ने एनसीपी छोड़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. माना जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस उन्हें राज्यसभा भेजेगी. यह पहला मौका नहीं है, जब कोई वकील राज्यसभा जाने के लिए किसी राजनीतिक दल में शामिल हुआ है.


देश के कई वकील ऐसे हैं, जो राजनीतिक पार्टियों में शामिल होकर राज्यसभा के रास्ते सदन पहुंच चुके हैं. आइए उन्हीं में से कुछ वकीलों की कहानी जानते हैं.


1. कपिल सिब्बल- कांग्रेस के पूर्व नेता (राज्यसभा सांसद)
सबसे पहला नाम देश के जाने माने मशहूर वकील कपिल सिब्बल का है, जो पूर्व केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं. लंबे समय तक सिब्बल देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस से जुड़े रहे, लेकिन इसी साल मई महीने में उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया और उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया. कपिल सिब्बल मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश से निर्दलीय राज्यसभा सांसद है. इससे पहले सिब्बल कांग्रेस से साल 1998 में राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं.


कपिल सिब्बल साल 2004 से लेकर 2014 तक यूपीए गठबंधन की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं. सिब्बल अपने बेबाक अंदाज के लिए जान जाते हैं. इसी बेबाकी से उन्होंने इसी साल मई महीने में कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया. जिसके बाद उन्होंने राज्यसभा के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया. हालांकि, बाद में उन्हें समाजवादी पार्टी ने समर्थन दिया.


कपिल सिब्बल जिनका जन्म 8 अगस्त 1948 में पंजाब के जालंधर में हुआ था, उनके पिता हीरालाल सिब्बल और माता कैलाश रानी सिब्बल हैं. उनके पिता भी पेशे से एक मशहूर वकील थे. कपिल सिब्बल ने दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास और कानून की डिग्री पूरी की. इसके बाद वो आगे की पढ़ाई के लिए विदेश चले गए, जहां से उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, कैम्ब्रिज और मैसाचुसेट्स से कानून की पढ़ाई पूरी की.


अभिषेक मनु सिंघवी- कांग्रेस (राज्यसभा सांसद)
इस सूची में दूसरा नाम कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी का है जो देश के मशहूर वकीलों की सूची में शामिल हैं. कांग्रेस पार्टी के समर्थन के साथ वो राजस्थान कोटे से राज्यसभा सदस्य हैं. सिंघवी की जन्म राजस्थान के जोधपुर में हुआ उनके पिता लक्ष्मीमल सिंघवी जो पेशे से एक वकील थे. अभिषेक मनु सिंघवी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफन कॉलेज से पढ़ाई की है. इसके अलावा कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी की. 




अभिषेक मनु सिंघवी जो देश के सबसे कम उम्र वाले अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल भी रहे हैं. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता रह चुके हैं. सिंघवी चर्चा में तब आए जब उनका एक सीडी इंटरनेट पर लीक हो गया था, वीडियो जो सुप्रीम कोर्ट कैंपस में उनके ऑफिस का था. वीडियो लीक होने के बाद सिंघवी काफी समय तक विवादों में रहे. हालांकि बाद में दिल्ली हाईकोर्ट ने इस वीडियो पर रोक लगा दी. 


पी चिदंबरम-  कांग्रेस (राज्यसभा सांसद)
कांग्रेस सरकार में वित्त मंत्री और गृह मंत्री रहे पी चिदंबरम की गिनती देश के तेज-तर्रार वकीलों में होती है. चिदंबरम देश में मुख्य रूप से कॉर्पोरेट वकील के तौर पर जाने जाते हैं. चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही वो चर्चा में तब आए जब साल 2010 में उन्होंने बीजेपी को लेकर भगवा आतंकवाद को प्रयोग किया था.


साल 2011 में कांग्रेस सरकार में जब चिदंबरम मंत्री थे तब उन्होंने जिस सीबीआई मुख्यालय का उद्घाटन किया था उसी मुख्यालय में 2019 में उन्हें गिरफ्तार करके ले जाया गया था.


चिदंबरम कांग्रेस सरकार में जब मंत्री थे. उस वक्त सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले में हत्या के आरोप को लेकर गुजरात सरकार में तब मंत्री रहे अमित शाह को गिरफ्तार किया गया था. जब अमित शाह देश के गृह मंत्री बने तब उन्हें सीबीआई ने आईएनएक्स मामले में गिरफ्तार कर लिया. जिसको लेकर काफी चर्चा हुई थी. 


केटीएस तुलसी- (राज्यसभा सांसद)
केटीएस तुलसी जो मौजूदा समय में कांग्रेस के पंजाब से राज्यसभा सासंद है. वे सुप्रीम कोर्ट के मशहूर वरिष्ठ वकील भी है. तुलसी ने चंडीगढ़ और पंजाब यूनिवर्सिटी से साल 1971 में वकालत की पढ़ाई की. उनका जन्म पंजाब के होशियारपुर में 7 नवंबर 1947 को हुआ था. केटीएस तुलसी तब चर्चा में आए जब उन्होंने रॉबर्ट वाड्रा केस में उनकी पैरवी की थी. वो गांधी परिवार के करीबी माने जाते हैं.




अमी याग्निक- (राज्यसभा सांसद)
अमी याग्निक गुजरात से कांग्रेस की राज्यसभा सांसद हैं. जो पेशे से एक वकील हैं. गुजरात हाईकोर्ट में वो वकील रही हैं. हाल ही में वो गुजरात चुनाव 2022 के दौरान चर्चा में आई जब कांग्रेस ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए खड़ा किया था. उन्होंने गुजरात यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. अमी याग्निक जो एक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर लोगों के मुफ्त में केस लड़ती आई हैं.




महेश जेठमलानी- (राज्यसभा सांसद)
महेश जेठमलानी जो देश के मशहूर दिवंगत वकील राम जेठमलानी के बेटे हैं. महेश जेठमलानी जो देश के सबसे महंगे वकीलों में शुमार हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक महेश जेठमलानी किसी केस की एक सुनवाई के लिए लाखों रुपये चार्ज करते हैं. गुजरात सरकार के लिए वो तीस्ता सीतलवाड़ केस की सुनवाई कर चुके हैं ,जिसके लिए गुजरात सरकार ने उन्हें एक सुनवाई के 7.5 लाख रुपए फीस के तौर पर दिए थे.




इसके साथ ही शीना बोरा मर्डर केस में फंसी इंद्राणी मुखर्जी का केस भी जाने माने वकील महेश जेठमलानी ने लड़ा था. मौजूदा वक्त में जेठमलानी महाराष्ट्र से बीजेपी के राज्यसभा सांसद हैं. उन्होंने लंदन यूनिवर्सिटी से अपनी वकालत की पढ़ाई पूरी की है.


सुब्रमण्यम स्वामी- बीजेपी
सुब्रमण्यम स्वामी जिनकी छवि एक हिंदू राष्ट्रवादी नेता के तौर पर बनी हुई है. वो जनता पार्टी (अब बीजेपी) के साल 1990 से 2013 तक पार्टी के अध्यक्ष रहे हैं. उन्हें बीजेपी के एक आक्रामक राजनेता के तौर पर जाना जाता है. इसके साथ ही वो अपने राजनीतिक करियर के अलावा वकालत को लेकर भी चर्चा में रहे हैं जब उन्होंने स्वामी नेशनल हेराल्ड मामले और रामसेतु मामले को लेकर वकालत की थी. वो अब तक 80 ज्यादा केस लड़ चुके हैं.


रविशंकर प्रसाद - बीजेपी
रविशंकर प्रसाद सुप्रीम कोर्ट में एक वरिष्ठ वकील रहे हैं केंद्र सरकार में कानून और न्याय मंत्री के तौर पर भी पदभार संभाला है. रविशंकर प्रसाद ने पटना यूनिवर्सिटी से वकालत की पढ़ाई की है. राम जन्मभूमि मामले में पैरवी के दौरान वो चर्चा में आए थे.




इसके साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी वकालत की पढ़ाई की है और अभी बिहार से बीजेपी के राज्यसभा सांसद हैं. इसके अलावा केंद्र सरकार में कपड़ा व वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल महाराष्ट्र से बीजेपी के राज्यसभा सांसद हैं. उन्होंने मुंबई से वकालत की पढ़ाई की है. इसके अलावा देश के कई राजनीतिक पार्टियों से ऐसे कई नेता हैं जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत वकालत से की और भविष्य में राजनीति का रुख किया और कई अहम मुद्दों को लेकर जनता की आवाज बन रहे हैं.