Narendra Modi And Xi Jinping: शी जिनपिंग (Xi Jinping) लगातार तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति बने हैं. 23 अक्टूबर को उनकी ताजपोशी हुई, लेकिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अब तक उन्हें इसकी बधाई नहीं दी है. सभी की लगातार इसी पर नजर थी कि आखिर मोदी कब जिनपिंग को बधाई संदेश देंगे. चार दिन होने को हैं, लेकिन पीएम मोदी ने अब तक जिनपिंग को शुभकामनाएं नहीं दी हैं.


अभी तक प्रमुख देशों में पाकिस्तान, उत्तर कोरिया और रूस ने शी जिनपिंग को बधाई दी है. पीएम मोदी के बधाई संदेश न देने पर अब कई सवाल उठने लगे हैं. चीन और भारत के बीच रिश्तों की स्थिति को लेकर भी सवाल उठे हैं. वहीं कई लोगों ने इसे भारत की रणनीति से जोड़ा है. 


2020 के बाद से नहीं हुई द्विपक्षीय बैठक 


अप्रैल-मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में भारतीय सेना और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों के बीच हुई झड़प हुई थी. इस झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. इसके बाद से चीन और भारत के बीच रिश्ते पहले से भी ज्यादा खराब होते चले गए. तब से अब तक प्रधानमंत्री मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से दूरी बनाए हुए हैं. 


पीएम मोदी ने जिनपिंग से बनाई दूरी 


सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद से अब तक पीएम मोदी ने शी जिनपिंग के साथ न ही कोई औपचारिक द्विपक्षीय बैठक की और न ही दोनों नेताओं की साथ में कोई तस्वीर देखी गई. ऐसे में पीएम मोदी का बधाई संदेश न भेजना कोई बड़ी बात नहीं है. पीएम मोदी ने इससे पहले जब 2017 में शी जिनपिंग लगातार दूसरी बार चीन के राष्ट्रपति चुने गये थे, उस वक्त उन्हें बधाई दी थी. 


2017 में दी थी राष्ट्रपति बनने पर बधाई


पीएम मोदी (PM Modi) ने 26 अक्टूबर, 2017 को ट्वीट कर शी जिनपिंग को उनके दूसरे कार्यकाल के लिए बधाई दी थी. पीएम ने लिखा था राष्ट्रपति शी को सीपीसी महासचिव के रूप में फिर से चुने जाने पर बधाई. भारत-चीन संबंधों को एक साथ आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं. 2020 में सैनिकों के बीच में हुई झड़प ने इस रिश्ते को खराब करने का काम किया. इसके बाद यह गतिरोध बढ़ता चला गया. 


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