Narendra Modi on Farmer Protest: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गन्ना किसानों को लेकर कहा है कि देशभर के किसान भाई-बहनों के कल्याण से जुड़े हर संकल्प को पूरा करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है इसी कड़ी में गन्ना खरीद की कीमत में ऐतिहासिक बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है. इस कदम से हमारे करोड़ों गन्ना उत्पादक किसानों को लाभ होगा.


केंद्रीय मंत्रीमंडल ने चीनी सत्र 2024-25 (अक्टूबर-सितंबर) के लिए चीनी मिलों की ओर से देय गन्ने के 'उचित और लाभकारी मूल्य' (एफआरपी) को मंजूरी दी है. इसके तहत गन्ने का एफआरपी 10.25 प्रतिशत की मूल वसूली दर पर 340 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है. 10.25 प्रतिशत से अधिक की वसूली पर प्रत्‍येक 0.1 पर्सेंट की बढ़ोतरी के लिए 3.32 रुपये प्रति क्विंटल प्रीमियम दिया जाएगा. इसके अलावा 9.5 प्रतिशत या उससे कम वसूली वाली चीनी मिलों के लिए एफआरपी 315.10 रुपये प्रति क्विंटल तय की गई है.



1 अक्टूबर 2024 से लागू होंगी नई दरें


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने इन नई दरों को मंजूरी दी है. बताया जा रहा है कि यह गन्ने की ऐतिहासिक कीमत है जो मौजूदा सत्र 2023-24 के लिए गन्ने के एफआरपी से लगभग 8 प्रतिशत अधिक है. संशोधित एफआरपी 1 अक्टूबर 2024 से लागू होगी.


5 करोड़ से अधिक गन्ना किसानों को होगा फायदा


सरकार का दावा है कि इस फैसले से 5 करोड़ से अधिक गन्ना किसानों (परिवार के सदस्यों सहित) और चीनी क्षेत्र से जुड़े लाखों अन्य लोगों को फायदा होगा. यह किसानों की आय दोगुनी करने की मोदी की गारंटी को भी पूरा करेगा. इस मंजूरी के बाद चीनी मिलें गन्ने की एफआरपी 10.25 प्रतिशत की वसूली पर ₹ 340/क्विंटल की दर से भुगतान करेंगी. वसूली में प्रत्येक 0.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ किसानों को ₹ 3.32 की अतिरिक्त कीमत मिलेगी, जबकि वसूली में 0.1 प्रतिशत की कमी पर समान राशि की कटौती की जाएगी. हालांकि, गन्ने का न्यूनतम मूल्य ₹ 315.10/क्विंटल है जो 9.5 प्रतिशत की वसूली पर है. भले ही चीनी की वसूली कम हो लेकिन किसानों को ₹315.10/क्विंटल की दर से एफआरपी दी जाएगी.


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