PM Modi on ED attached Money: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के अलाथुर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार रिटायर्ड प्रोफेसर टीएन सरासू से फोन पर बातचीत की. इस दौरान पीएम मोदी ने उनसे पूछा कि चुनाव अभियान कैसा चल रहा है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने को-ऑपरेटिव बैंक स्कैम के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का वादा भी सरासू से किया है.


पीएम मोदी ने उनसे पूछा कि आपका चुनावी कैंपेन कैसा चल रहा है. इस पर टीएन सरासू ने कहा कि मैंने लोगों का यहां कह दिया है कि पीएम मोदी का विजन है सबका साथ, सबका विकास. साथ ही मोदी की गारंटी के बारे में भी उन्हें बताया है. ऐसे में हम इसके लिए हर संभव कोशिश करेंगे. इसके साथ ही सरासू ने पीएम मोदी को यह भी बताया की किस तरह से वाम प्रपंच का शिकार वह कॉलेज में बनीं थी. कैसे कॉलेज में नौकरी के दौरान उन्हें लगातार परेशान किया गया.


इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी को बताया कि कैसे केरल में सहकारी बैंक का संचालन वाम नेताओं द्वारा किया जाता है और इसमें सामान्य नागरिक खासकर गरीबों को कैसे परेशान किया जाता है. उन्होंने को-ऑपरेटिव घोटाले के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का पीएम मोदी से अनुरोध किया. इसके बाद पीएम मोदी ने उनसे वादा किया कि कोई भी आरोपी बख्शा नहीं जाएगा.


'जिन गरीबों का हक मारा गया, उन्हें वाप दिया जाएगा पैसा'


प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा है कि अगर गरीब का पैसा है तो उन्हें वापस दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ईडी के द्वारा अटैच संपत्ति को जिन गरीबों का हक मारा गया है उन्हें वापस दिया जाएगा. पीएम मोदी ने इस बात को लेकर भी प्रसन्नता जताई कि एक उम्मीदवार के रूप में टीएन सरासू जनता से जुड़े मुद्दों को उठा रही हैं. उन्होंने इसके लिए टीएन सरासू की खूब प्रशंसा की.


पीएम मोदी ने सरासू को सहकारी बैंक घोटाले के बारे में कहा कि इस समस्या के बारे में उन्होंने सुना है. मेरे पास इसके बारे में कुछ सूचनाएं हैं. पीएम मोदी ने सरासू से कहा कि जो सूचना उनके पास है, वह यही है कि बहुत सारे गरीब लोग इस समस्या से प्रभावित हुए हैं. बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल की बशीरहाट से संदेशखाली की पीड़िता और भाजपा उम्मीदवार रेखा पात्रा से फोन पर बातचीत की. इस दौरान पीएम मोदी ने रेखा पात्रा से चुनाव अभियान की तैयारियों समेत कई मुद्दों पर बात की. पीएम मोदी ने उन्हें शक्ति स्वरूपा कहकर भी संबोधित किया.


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