Parliament Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष सदन के अंदर और बाहर लगातार प्रदर्शन कर रहा है. विपक्षी सांसदों के हंगामे की वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ रही है. शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी ऐसा ही हुआ. विपक्षी सांसदों के प्रदर्शन के बीच लोकसभा स्पीकर ओम बिरला नाराज हो गए. उन्होंने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी और अपनी कुर्सी से उठ गए.


प्रश्नकाल के दौरान विरोधी दलों की नारेबाजी और तख्तियां लहराने से नाराज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन स्थगित करने से पहले हंगामा करने वाले सांसदों को फटकार लगाते हुए कहा कि वरिष्ठ सदस्य बोल रहे हैं और आप नारेबाजी कर रहे हैं, सदन में तख्तियां लेकर आए हैं. ओम बिरला ने कहा, ‘आप बाहर चर्चा करते हैं. अंदर सरकार जवाब देना चाहती है लेकिन आप तैयार नहीं है. सरकार आपके हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है. लेकिन आप लोग चर्चा के लिए तैयार ही नहीं है. सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित की जाती है.’


राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ विपक्षी नेताओं का प्रदर्शन


उधर राज्यसभा के निलंबित 12 विपक्षी सदस्य निलंबन के विरोध में संसद में गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे हैं. विपक्षी दलों के सदस्यों ने भी संसद के शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए 12 राज्यसभा सदस्यों के निलंबन के विरोध में बुधवार को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया और निलंबन रद्द करने की मांग की.


संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन में राहुल गांधी के अलावा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव, द्रमुक के टीआर बालू, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले और कई अन्य सांसद भी मौजूद थे. विपक्षी सांसदों नेवी वान्ट जस्टिस’, ‘निलंबन वापस लोके नारे लगाए.


कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों का कहना है कि 12 सदस्यों का निलंबन रद्द किया जाना चाहिए ताकि सदन सुचारू रूप से चल सके. मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि वह निलंबन के फैसले पर पुनर्विचार करें और निलंबन रद्द करें.


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