नई दिल्ली:  महाराष्ट्र में हुई जातीय हिंसा की आंच आज संसद पहुंच गई. लोकसभा और राज्यसभा में आज कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों दलितों पर हिंसा के मुद्दे पर हंगामा किया. दोनों सदनों में कांग्रेस ने इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया.


कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा में बीजेपी को हिंसा के लिए जिम्मेदार बताया. खड़गे ने कहा कि इस तरह के मुद्दों पर प्रधानमंत्री हमेशा चुप हो जाते हैं. हम मांग करते हैं कि प्रधानमंत्री सदन में आकर जवाब दें.


केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि वहां जो आग लगी है उस आग को बुझाने के बजाए आग को भड़काने का काम राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी कर रही है. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी सबका साथ सबका विकास के साथ देश को आगे ले जाने का काम कर रहे हैं.


महाराष्ट्र हिंसा पर लोकसभा में आज हुआ ?




  • सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष महाराष्ट्र में आग भड़का रहे हैं. पीएम मोदी सबका साथ, सबका विकास के नारे के साथ काम करती है.

  • केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि वहां जो आग लगी है उस आग को बुझाने के बजाए आग को भड़काने का काम राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी कर रही है. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी सबका साथ सबका विकास के साथ देश को आगे ले जाने का काम कर रहे हैं.

  • केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा है कि महाराष्ट्र प्रशासन से चूक हुई है. उन्होंने कहा कि ये हिंसक झड़प निंदनीय है. इस मामले की निष्पक्ष रूप से जांच होनी चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि सामाजिक सदभाव क़ायम रहे.


कहां से शुरु हुआ विवाद?


दरअसल पूरा झगड़ा 29 दिसंबर से शुरू हुआ था. 29 दिसंबर को पुणे के वडू गांव में दलित जाति के गोविंद महाराज की समाधि पर हमला हुआ था, जिसका आरोप मिलिंद एकबोटे के संगठन हिंदू एकता मोर्चा पर लगा और एफआईआर दर्ज हुई. एक जनवरी को दलित समाज के लोग पुणे के भीमा कोरेगांव में शौर्य दिवस मनाने इकट्ठा हुए और इसी दौरान सवर्णों और दलितों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें एक शख्स की जान चली गई और फिर हिंसा बढ़ती गई.


जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद के खिलाफ शिकायत दर्ज


जिस वक्त शौर्य दिवस का कार्यक्रम हो रहा था तो मंच पर गुजरात के दलित विधायक जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू के छात्रनेता उमर खालिद भी मौजूद थे. दोनों पर उत्तेजित भाषण देने के आरोप में पुणे के थाने में शिकायत दर्ज की कराई गई है.


अब आज महाराष्ट्र में हुई हिंसा की गूंज आज संसद में भी सुनाई दे सकती है क्योंकि विक्षपी कल से ही सरकार पर हमलावर हैं, वहीं हिंसा और बंद के एलान के बाद सीएम फडणवीस ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को जानकारी दी है. सूत्रों के मुताबिक फडणवीस ने हालात पर नियंत्रत का दावा किया है और अतिरिक्त सुरक्षाबल की मांग नहीं की है.