चुनाव आयोग ने बिहार की तरह देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भी मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दूसरे चरण का ऐलान कर दिया है. मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने सोमवार (27 अक्टूबर, 2025) को बताया कि SIR के दूसरे चरण की शुरुआत मंगलवार (28 अक्टूबर, 2025) से हो जाएगी. इसके बाद फाइनल ड्राफ्ट लिस्ट 7 फरवरी 2026 को जारी की जाएगी.

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मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान देश के उन 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश की सूची भी जारी की, जहां मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया की कल से शुरुआत की जाएगी.

किन-किन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में होगा SIR?

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चुनाव आयोग ने बताया कि कल मंगलवार (28 अक्टूबर, 2025) से छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया की शुरुआत होगी. इसके अलावा, केंद्र शासित प्रदेशों की बात की जाए, तो अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप और पुदुचेरी में एसआईआर प्रक्रिया शुरू होगी.

एसआईआर प्रक्रिया के तहत कितने वोटर्स की होगी जांच?

चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, इन सभी 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाताओं की कुल मिलाकर संख्या करीब 51 करोड़ हैं, जो इस विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया से गुजरेंगे. इसमें सबसे ज्यादा 15 करोड़ 44 लाख 24 हजार मतदाता अकेले उत्तर प्रदेश राज्य में हैं. इसके बाद 7 करोड़ 66 लाख 24 हजार मतदाताओं के साथ पश्चिम बंगाल दूसरे स्थान पर है. जबकि 6 करोड़ 41 लाख 15 हजार मतदाताओं के साथ तमिलनाडु तीसरे नंबर पर है.

वहीं, इतनी संख्या में मतदाताओं के पुनरीक्षण कार्य के लिए चुनाव आयोग की ओर से कुल 5,33,093 बूथ लेवर अधिकारी (BLO) तैनात किए जाएंगे, जिसमें उत्तर प्रदेश में 1,62,486, पश्चिम बंगाल में 80,681, 68,467, मध्य प्रदेश में 65,014, राजस्थान में 52,490 और गुजरात में 50,963 बूथ लेवल अधिकारी (BLO) तैनात होंगे.

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