बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में ऐसा पहली बार है जब 2 उप-मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. ये दोनों ही बीजेपी के कोटे से तारकेश्वर प्रसाद और रेणु देवी हैं. जाहिर है कैबिनेट में दो डिप्टी सीएम बनाने से इस बात के संकेत मिलते हैं कि नीतीश की अगुवाई वाली कैबिनेट में पूरी तरह से इस बार बीजेपी का वर्चस्व रहने वाला है.


बिहार की राजनीति पर अगर गौर करें तो अब तक यहां पर चार ही उप-मुख्यमंत्री बन पाए हैं. सबसे पहले डिप्टी सीएम थे डॉक्टर अनुग्रह नारायण सिन्हा. उसके बाद राज्य के उप-मुख्यमंत्री पद पर बैठे कर्पूरी ठाकुर. हालांकि, कर्पूरी ठाकुर बाद में प्रदेश के मुख्यमंत्री की भी कमान संभाली.


इसके बाद साल 2005 में नीतीश की अगुवाई में सुशील मोदी को बिहार का उप-मुख्यमंत्री बनाया गया. उसके बाद 2 साल से भी कम समय के लिए तेजस्वी यादव महागठबंधन की सरकार में डिप्टी सीएम बने. जल्द ही ये महागबंधन की सरकार गिर गई और उसके बाद बीजेपी-जेडीयू गठबंधन की सरकार में फिर सुशील मोदी को डिप्टी सीएम बनाया गया.


जाहिर है, ऐसा पहली बार है राज्य में मुख्यमंत्री के नीचे दो डिप्टी होंगे. बीजेपी ने नीतीश कैबिनेट में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए दो डिप्टी सीएम बनाने का फैसला किया है. 74 सीटों पर जीत के बाद बीजेपी की स्थिति सहयोगी जेडीयू की तुलना में मजबूत बनी हुई है जबकि जेडीयू को बीजेपी के मुकाबले 31 सीट कम आई है.


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