कोरोना महामारी के दौरान लॉक डाउन के चलते पिछले साल से सभी स्कूल बन्द पड़े हुए हैं. इस दौरान बच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो इसके लिए पूरे देश में स्कूलों के द्वारा ऑनलाइन क्लासेज दी जा रही हैं. हालांकि केंद्र सरकार द्वारा इस हफ्ते जारी किए गए डाटा के अनुसार देश में लाखों छात्रों के पास स्मार्टफोन, लैपटॉप के साथ साथ इंटरनेट की सेवा उपलब्ध नहीं है जिसके चलते ये बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं. इस मामलें में बिहार सबसे आगे है जहां एक करोड़ 40 लाख बच्चे ऑनलाइन क्लासेज का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. 


केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, युवा एवं खेल मामलों की संसदीय स्थाई समिति के साथ ये डाटा शेयर किया है. इस डाटा के अनुसार महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और जम्मू कश्मीर में लगभग 70 प्रतिशत छात्रों के पास स्मार्टफोन और लैपटॉप उपलब्ध नहीं हैं. वहीं झारखंड और कर्नाटक में 30 लाख से ज्यादा छात्रों के पास ये ऑनलाइन क्लासेज के लिए साधन उपलब्ध नहीं हैं. 


वहीं जिलों की बात करें तो राहुल गांधी के संसदीय श्रेत्र वायनाड में सभी 100 प्रतिशत बच्चों के पास ऑनलाइन क्लासेज के लिए डिवाइस उपलब्ध हैं. इसके बाद आन्ध्र प्रदेश के कड़पा जिले का नंबर आता है जहां के 99 प्रतिशत छात्रों के पास ऑनलाइन क्लासेज के लिए सभी साधन उपलब्ध हैं. 


21 जून को हुई एक बैठक के दौरान शेयर किया गया डाटा 


केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने 21 जून को हुई एक बैठक के दौरान ये डाटा शेयर किया था. "लॉकडाउन के दौरान स्कूलों और छात्रों के बीच शिक्षा के अंतर को भरने" के लिए किए गए प्रयासों के अंतर्गत ये डाटा शेयर किया गया है. कोविड-19 के दौरान देश में ऑनलाइन क्लासेज को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यों को डाटा साझा करने का निर्देश दिया है. हालांकि अभी तक किसी भी राज्य ने इसको लेकर अपनी फाइनल रिपोर्ट जमा नहीं की है लेकिन अब तक जो शुरुआती आंकडें सामने आए है वो बेहद चिंताजनक हैं.  


डाटा के अनुसार असम में 31, झारखंड में 32.5 लाख और कर्नाटक में 31.3 लाख छात्रों के पास ऑनलाइन क्लासेज कर लिए डिवाइस उपलब्ध नहीं हैं. वहीं ओढिसा में ऐसे छात्रों की संख्या लगभग 15 लाख और हरियाणा में 10 लाख है. गुजरात में लगभग 40 प्रतिशत छात्रों के पास ऑनलाइन पढ़ाई के लिए डिवाइस मौजूद नहीं हैं. छत्तीसगढ़ में जहां ये आंकड़ा 28.2 प्रतिशत है वहीं उत्तराखंड में लगभग दो लाख से ऊपर बच्चों के पास डिजिटल डिवाइस उपलब्ध नहीं हैं. तेलंगाना में एक लाख 80 हजार तो आंध्र प्रदेश में 96,074 छात्रों के पास डिवाइस उपलब्ध नहीं हैं. 


झारखंड और उत्तर प्रदेश में शिक्षा से वंचित हैं कई बच्चें 


मंत्रालय के डाटा के अनुसार देश में कई बच्चे अब भी स्कूली शिक्षा से वंचित है जो कि बेहद चिंताजनक है. उत्तर प्रदेश में लगभग साढ़े पांच लाख बच्चे स्कूली शिक्षा से वंचित हैं यही हाल झारखंड का भी है जहां लगभग छह लाख बीस हजार बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं. वहीं राजस्थान में एक लाख 80 हजार से ज्यादा बच्चे इस से वंचित हैं.


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