इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के प्रमुख बलराम भार्गव ने मंगलवार को कहा कि कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर से प्रभावित लोगों में बहुत अधिक उम्र का अंतर नहीं है. डॉ. बलराम भार्गव ने कोविड -19 महामारी के चल रहे दूसरे चरण में अधिक संख्या में युवाओं के संक्रमित होने को लेकर कहा कि मामलों में बढ़ोतरी के पीछे मुख्य रूप से दो कारण हैं. उन्होंने कहा, "हमने पाया है कि युवा एक जगह से दूसरी जगह ट्रेवल कर रहे हैं. ऐसे में उनके संक्रमित होने का खतरा अधिक बढ़ गया है."


मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान डॉ. भार्गव से पूछा गया कि क्या केंद्र उन बच्चों को वैक्सीन देने के लिए कोई कदम उठा रहा है, जिन्हें महामारी की तीसरी लहर में संक्रमित होने का खतरा सबसे ज्यादा है. इसपर भार्गव ने कहा, "पहली और दूसरी लहर के बीच उम्र में बहुत अंतर नहीं है. हम पिछले साल अगस्त के महीने से इसका विश्लेषण कर रहे हैं. 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का अस्पताल में मृत्यु दर लगभग 9.6 से 9.7 प्रतिशत है." इससे पहले अप्रैल में केंद्र ने यह दावा करते हुए आंकड़े दिखाए थे कि कोरोना की पहली लहर में प्रभावित होने वाले 31 प्रतिशत लोग 30 साल से कम उम्र के थे जबकि 2021 में यह प्रतिशत बढ़कर 32 हो गया.


देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले 


गौरतलब है कि देश में कोरोना संक्रमण का कहर अभी थमा नहीं है. हर दिन मौत का आंकड़ा रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ रहा है. ये वायरस अब तक ढाई लाख से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 348,421 नए कोरोना केस आए और 4205 संक्रमितों की जान चली गई है. हालांकि 3,55,338 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं. एक दिन मौत की संख्या ये सबसे ज्यादा है. इससे पहले 7 मई को 4187 संक्रमितों की मौत हुई थी.


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