Operation Samudragupta: भारतीय नौसेना और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की ओर से चलाए गए संयुक्त अभियान में केरल तट पर जहाज से लगभग 12,000 करोड़ रुपये मूल्य के लगभग 2,500 किलोग्राम मेथामफेटामाइन ड्रग जब्त किया गया है. एंटी-ड्रग एजेंसी ने कहा शनिवार 13 मई को कहा कि यह देश में मेथमफेटामाइन की सबसे बड़ी जब्ती है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ड्रग्स के सिलसिले में एक पाकिस्तानी नागरिक को हिरासत में लिया गया है.


एनसीबी के उप महानिदेशक (ऑपरेशन) संजय कुमार सिंह ने जब्ती का विवरण देते हुए कहा कि यह 'ऑपरेशन समुद्रगुप्त' के हिस्से के रूप में किया गया था. साथ ही इसमें अफगानिस्तान से आने वाली दवाओं और ड्रग्स की समुद्री तस्करी को टारगेट किया गया था. एंटी-ड्रग एजेंसी ने कहा कि एनसीबी से की गई पिछले डेढ़ साल में दक्षिण मार्ग से नशीले पदार्थों की तस्करी की यह तीसरी बड़ी जब्ती है. अभियान के तहत अब तक करीब 3,200 किलोग्राम मेथमफेटामाइन, 500 किलोग्राम हेरोइन और 529 किलोग्राम हशीश जब्त की गई है.



छह ईरानी ड्रग तस्करों को किया गया था गिरफ्तार 
एंटी-ड्रग एजेंसी ने बताया कि ऑपरेशन में पहली जब्ती फरवरी 2022 में की गई थी जब NCB और भारतीय नौसेना की एक संयुक्त टीम ने गुजरात के समुद्र से 529 किलोग्राम हशीश, 221 किलोग्राम मेथम्फेटामाइन और 13 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी. उन्होंने बताया कि यह सब अफगानिस्तान, बलूचिस्तान और पाकिस्तान से मंगाई गई थी. 


इसके बाद, अक्टूबर 2022 में NCB और भारतीय नौसेना ने एक संयुक्त अभियान चलाया था, जिसमें ईरानी नाव को रोक गया और जांच के दौरान  कुल 200 किलोग्राम उच्च श्रेणी की हेरोइन जब्त की गई थी. जानकारी के मुताबिक इसे अफगानिस्तान से लाया गया था और छह ईरानी ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया गया था.  इसके बाद दिसंबर 2022 और अप्रैल 2023 में श्रीलंकाई नौसेना से किए गए दो अभियानों में 19 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया गया. साथ ही सैकड़ों किलोग्राम हेरोइन और मेथम्फेटामाइन की जब्ती की गई.


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