Terror Funding Case: टेरर फंडिग को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बुधवार 15 जून को जम्मू-कश्मीर में कई जगह छापेमारी की है. खबर लिखे जाने तक यहां छापेमारी जारी है. सुबह बारामूला के इलाके में छापेमारी की गई है. टेरर फंडिंग के जरिए इस राज्य में आतंकी संगठन सक्रिय रहते हैं. जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आंतकवादी गतिविधियों के चलते एनआईए ने इस राज्य में सख्त रवैया अपनाया है. एजेंसी पहले भी यहां टेरर फंडिंग को लेकर छापेमारी अभियान चलाती रही है. 






बारामूला से हुई छापेमारी की शुरुआत


जम्मू-कश्मीर के बारामूला से राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बुधवार को छापेमारी शुरू की है, जो खबर लिखे जाने तक भी जारी है. इसमें अर्धसैनिक बलों के जवानों और जम्मू-कश्मीर पुलिस की सहायता जांच एजेंसी ले रही है. गौरतलब है कि बीते साल नवंबर में भी NIA ने शोपियां में राष्ट्रीय टेरर फंडिंग से जुड़े एक मामले में छापेमारी की थी. इस जिले में राजनीतिक कार्यकर्ताओं और सरकारी कर्मचारियों के घरों पर ये छापेमारी की गई थी. इस दौरान अर्धसैनिक बलों के जवानों और जम्मू-कश्मीर पुलिस की सहायता से एनआईए के अधिकारियों ने बड़गाम में एक मानवाधिकार कार्यकर्ता के घर पर भी छापेमारी की थी.






गौरतलब है कि इस साल मई में  एनआईए की विशेष अदालत (Special Court of NIA) ने कश्‍मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक (Kashmir Separatist Leader Yasin Malik) को टेरर फंडिंग मामले (Terror Funding Case) में दोषी करार दिया था और 25 मई को नई दिल्ली की विशेष अदालत (Special Court of New Delhi) ने यासीन मलिक की उम्र कैद की सजा का ऐलान किया था.


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