नई दिल्ली: शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कजाकिस्तान पहुंच चुके हैं. पीएम मोदी यहां चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग समेत कई विदेशी नेताओं से मुलाकात करेंगे. शुक्रवार को भारत औपचारिक रूप से SCO का सदस्य बन जायेगा.


 SCO का सदस्य बन जायेगा
कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में होने जा रहे इस सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान इस संगठन के पूर्ण सदस्य बनने वाले हैं. फिलहाल चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान इसके सदस्य हैं.


पीएम मोदी नही करेंगे नवाज शरीफ से मुलाकात
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी इस सम्मेलन में शामिल होंगे लेकिन भारत सरकार ने दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव को देखते हुए शरीफ और मोदी के बीच किसी भी द्विपक्षीय बैठक की संभावना को खारिज कर दिया है.


प्रधानमंत्री ने अपनी दो दिवसीय यात्रा से पहले कहा कि वह एससीओ से जुड़े देशों के साथ संबंध मजबूत करने के लिए उत्सुक हैं. मोदी ने कल अपने बयान में कहा था, ‘‘मैं एससीओ के साथ भारत के जुड़ाव को मजबूत करने के लिए उत्सुक हूं. इससे हमें आर्थिक क्षेत्र, संपर्क, आतंकवाद रोधी सहयोग और कई अन्य चीजों में सहयोग मिलेगा.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बैठक में, प्रक्रिया पूर्ण हो जाने पर भारत एससीओ का पूर्ण सदस्य बन जाएगा. इसके साथ ही एससीओ 40 प्रतिशत से अधिक आबादी और वैश्विक जीडीपी के लगभग 20 प्रतिशत का प्रतिनिधि बन जाएगा.


उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पूर्ण क्षमताओं को मूर्त रूप देने में हमारे सामने आ सकने वाली साझा चुनौतियों से निपटने के प्रयासों को दोगुना करने के लिए और लाभकारी जुड़ाव के लिए हम एकसाथ मिलकर नए अवसर पैदा करेंगे.’’ नौ जून की पूर्वसंध्या पर वह ‘फ्यूचर एनर्जी’ :भविष्य की उर्जा: की थीम वाले अस्ताना एक्सपो के उद्घाटन में शिरकत करेंगे.


इशीम नदी के तट पर बसा अस्ताना शहर
पीएम के अस्ताना पहुंचने के तुरंत बाद ही भारतीय समयानुसार साढ़े चार बजे कज़ाकिस्तान के राष्ट्रपति नूर सुल्तान नजरवायेव से उनकी मुलाकात होनी है. पीएम मोदी का ये दूसरा कज़ाकिस्तान दौरा है. दोनों नेताओं की बातचीत में 2015 में हुए यूरेनियम आपूर्ति के समझौते का जायजा लिया जाना हैं. भारत और कज़ाकिस्तान के बीच हुए समझौते के मुताबिक साल 2019 तक कज़ाकिस्तान 5000 टन यूरेनियम भारत को आपूर्ति करेगा.


इस तरह कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के बाद कज़ाकस्तान तीसरा ऐसा देश होगा जिससे भारत को इतनी बड़ी मात्रा में यूरेनियम हासिल होनेवाला है.इसके अलावे दोनों नेताओं की बातचीत में रक्षा सहयोग , रेलवे और आतंकवाद के खिलाफ सूचनाओं के आदान-प्रदान को लेकर चर्चा होगी.  इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अस्ताना के एक ओपेरा हाउस में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी हिस्सा लेने वाले हैं.


एक मंच पर होंगे पीएम मोदी और नवाज शरीफ
अगले दिन पीएम मोदी एस सी ओ सम्मलेन में भाग लेंगे. भारत और पाकिस्तान के इस संगठन का मेंबर बनने के दौरान रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, कज़ाकिस्तान के प्रेसिडेंट नूर सुल्तान नजरवायेव और दूसरे नेताओं के अलावे पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ भी मौजूद होंगे. हालांकि दोनों देश के विदेश मंत्रालयों की ओर से ये साफ किया जा चूका है कि मोदी और नवाज शरीफ के बीच बातचीत का कोई आधिकारिक कार्यक्रम तय नहीं है. लेकिन दोनों नेता एक मंच पर कई बार एक दूसरे के आमने सामने होंगे.

पीएम मोदी के बयान से उत्साहित है चीनी खेमा
इसके अलावे पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच भी बातचीत का कार्यक्रम है. पिछले सप्ताह चीन को लेकर पीएम मोदी के रूस में दिए बयान से चीनी खेमा बेहद उत्साहित है. पीएम ने कहा था कि सीमा को लेकर मतभेद के वाबजूद पिछले 40 साल से दोनों देशों के बीच एक भी गोली नहीं चली है. पीएम के कुछ दूसरे नेताओं से भी मिलने का कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है.